भोपाल। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता रवि सक्सेना ने कहा कि मध्यप्रदेश में कार्यरत बिजली वितरण कम्पनियों द्वारा विद्युत नियामक आयोग द्वारा निर्धारित बढ़ाई गई बिजली दरों को दिनांक 25 अप्रेल 2015 से लागू किया जाना था किन्तु मध्यप्रदेश में कार्यरत विद्युत वितरण कम्पनियों ने मार्च ’- अप्रेल 2015 में उपभोक्ताओं द्वारा उपयोग की गई विद्युत युनिटों पर ही बिजली की दरे बढ़ा दी गई तथा इन्हीं बढ़ी हुई दरों से बिजली के बिल जारी कर प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं के साथ करोड़ों रूपयों की खुली लूट की जा रही है।
श्री रवि सक्सेना ने कहा कि विद्युत नियामक आयोग के टेरिफ आर्डर दिनांक 18 अप्रेल 2015 में कंडिका क्रमांक 1.28 में स्पष्ट रूप से विद्युत कम्पनियों को निर्देशित किया गया है कि नवीन दरे 25 अप्रेल 2015 से 31 मार्च 2016 तक प्रभावशील रहेगी। फिर भी प्रदेश की विद्युत वितरण कम्पनियों द्वारा नियामक आयोग के आदेश की खुली अवहलेना करते हुए बढ़ाई हुई विद्युत दरे मार्च- अप्रेल के विद्युत बिजली बिलों पर ही लागू कर अवैध वसूली आम जनता से की जा रही है जिसे कि सरासर लूट तथा धोखाधडी की श्रेणी में रखा जाना चाहिये।
श्री सक्सेना ने विद्युत नियामक आयोग एवं शासन से मांग की है कि प्रदेश की इन विद्युत वितरण कम्पनियों के विरूद्ध आईपीसी की लूट तथा धोखाधड़ी की धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर संबंधित विद्युत वितरण कम्पनियों के अधिकारियों को गिरफ्तार किया जाए तथा मार्च- अप्रेल के सभी नयी दरों पर जारी किये गये बिजली के बिल तत्काल निरस्त कर पुरानी दरों पर ही बिल पुनः जारी किये जाये अन्यथा कांग्रेस पार्टी विद्युत वितरण कम्पनियों की इस खुली लूट के विरूद्ध थाने में प्रकरण दर्ज करवायेगी।