ग्वालियर। यदि किसी किसान की बेटी का शादी होनी है और उसकी फसल का नुकसान 50 प्रतिशत से कम हुआ है तो सरकार इसमें मदद नहीं करेगी। नुकसान की जांच भी जब एसडीएम पूरी तरह कर लेंगे, तब यह सरकारी मदद दी जाएगी।
पिछले दिन बेमौसम बारिश और ओले गिरने से किसानों की फसल खराब हुई है। राज्य सरकार के साथ स्वयं मुख्यमंत्री भी घोषणा करके गए थे कि किसानों की बेटी की शादी में सरकार मदद करेगी औऱ इसमें वह 25 हजार रुपए देगी। इस घोषणा के बाद कई किसानों को आस बंधी थी कि कम से कम कुछ राहत तो मिलेगी। ये किसान जैसे ही सरकारी दफ्तरों में पहुंचे तो सरकार की गाइड लाइन देखकर हैरान हो गए, क्योंकि सरकार ने निर्देश दिए हैं कि जिन किसानों की फसल 50 फीसदी से ज्यादा खराब हुई है, उनके ही प्रकरण बनाकर लड़की की शादी के लिए 25 हजार रुपए दिए जाएं।
सर्वे में कम दिखाया नुकसान
गौरतलब है कि प्रशासन ने ओला प्रभावित फसलों का सर्वे में नुकसान कम दर्शाया है। धनिया उत्पादकों को 100 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है, लेकिन प्रशासन ने ज्यादातर गांवों में यह नुकसान सिर्फ 40 प्रतिशत ही माना है। जाहिर है कि सर्वे रिपोर्ट में दर्शाए गए नुकसान के आधार पर ही उन्हें ओला प्रभावितों के लाभ दिए जाएंगे। ऐसे में सैकड़ों किसानों को बेटी के ब्याह पर सरकार की ओर से घोषित सहायता राशि नहीं मिल पाएगी।
ऐसे मिलेगी विवाह के लिए रकम
सबसे पहले ओला प्रभावित किसान को बेटी के विवाह पर एसडीएम को आवेदन देना होगा। इसके बाद एसडीएम पुष्टि करेंगे कि ओला प्रभावित किसान की फसल 50 प्रतिशत तक नष्ट हुई है। एसडीएम की रिपोर्ट के आधार पर जनपद पंचायत के खाते से संबंधित किसान की बेटी के बैंक खाते में 19 हजार रुपए नकद डाले जाएंगे। शेष 6 हजार रुपए उसे फिक्स डिपॉजिट के तौर पर दिए जाएंगे।
