जबलपुर। मध्यप्रदेश की जीवन-रेखा नर्मदा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए भारत के पुराने मित्र रूस ने हाथ आगे बढ़ाया है। निर्मल नर्मदा जनभागीदारी योजना के माध्यम से आम नागरिकों को जोड़कर नर्मदा को प्रदूषण से मुक्ति दिलाई जाएगी। इसके लिए एक बड़े प्लांट की भी स्थापना की जाएगी। रूस से आए प्रतिनिधिमंडल ने इस संबंध में महापौर और निगमायुक्त से मुलाकात की।
महापौर डॉ.श्रीमती स्वाति गोड़बोले की पहल पर रूस की एसटीके 21 कंपनी ने नर्मदा की सफाई में सहयोग की इच्छा जताई है। कंपनी पूंजी-निवेश के लिए भी तैयार है। कंपनी के महानिदेशक आन्द्रे पितीशेव, वित्त विशेषज्ञ इरीना दुबीन स्कामा और उसकी सहयोगी कंपनी नरमोस रूस की मास्को नदी के बाद अब भारत की नर्मदा नदी को सेवाएं देंगी। यह कंपनी एक ज्वाइंट वेंचर कंपनी बना रही है जिसमें नरमोस की मुख्य अधिकारी जबलपुर में जन्मीं आरती सोनी हैं। उन्होंने महापौर से नर्मदा जल के शुद्घिकरण, विद्युतीय ऊर्जा संयंत्र की स्थापना और शुद्घ पर्यावरण को विकसित करने के बारे में विस्तार से चर्चा की।