जबलपुर। आमतौर पर शादी के बाद दुल्हन अपने ससुराल ही जाती है, लेकिन रजिस्टर्ड मैरिज करने पर लड़की वाले इस बात पर राजी हो जाएं ये जरूरी नहीं है। कुछ इसी तरह का वाकया कलेक्ट्रेट में रजिस्टर्ड मैरिज के बाद सामने आया। पहले तो अपर कलेक्टर कोर्ट में मैरिज हुई और जैसे ही वर और वधू पक्ष के लोग कोर्ट से बाहर निकले तो विदाई को लेकर विवाद शुरू हो गया। लड़के पक्ष के बुजुर्ग अड़ गए कि दुल्हन तो पहले ससुराल जाएगी और लड़की वाले कहते रहे कि ऐसा नहीं होगा। काफी देर तक चले घटनाक्रम के बाद लड़की वाले मान गए और दूल्हा दुल्हन को लेकर घर चला गया।
रीति-रिवाज की दुहाई के बाद विदाई
अपर कलेक्टर एबी सिंह की कोर्ट में बुधवार को बरेला निवासी दीपक और पनागर निवासी रोशनी का रजिस्टर्ड विवाह हुआ। ये पहला मौका होगा जब दोनों पक्षों की ओर से बड़ी संख्या में बारात की तर्ज पर लोग आए। सबसे ज्यादा संख्या बुजुर्गों की रही, लेकिन इन्हीं बुजुर्गो ने बखेड़ा खड़ा कर दिया।
लड़के की तरफ से आए कुछ बुजुर्गों ने कमरे से बाहर निकलते ही दुल्हन की पहली विदाई कलेक्ट्रेट से ही कराने की बात कही, लेकिन लड़की वालों की तरफ से महिलाओं और बुजुगोर् ने मना कर दिया। कलेक्ट्रेट गलियारों से शुरू हुआ विवाद परिसर के बाहर तक जा पहुंचा। दोनों परिवारों के बीच जमकर कहा-सुनी होने लगी। हालांकि दूल्हा-दुल्हन को इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ा और वे भी बड़ों के चक्कर में एक दूसरे से दूर ही खड़े हो गए। विवाद की जानकारी जब ओमती थाना प्रभारी इंद्रमणि पटेल के पास पहुंची तो उन्होंने विवाद शांत कराया और इसकी जानकारी अपर कलेक्टर श्री सिंह तक पहुंचाई।
रिश्तेदारी में लव मैरिज का मामला
दरअसल, लड़का और लड़की के प्रेम में दोनों परिवारों के बीच रिश्तेदारी आड़े आ रही थी। इससे बचने दोनों ने कोर्ट मैरिज करने का फैसला किया तो उनके परिवार वाले भी शादी के लिए राजी हो गए।