फाइलों में मिला फर्जी बिलों का भंडार, डिप्टी डायरेक्टर अटैच

रतलाम। कृषि विकास विभाग की योजनाओं में हितग्राहियों को दिए जाने वाली सामग्रियों के भौतिक सत्यापन को लेकर शुरु हुई जांच में बड़ी गड़बड़ी उजागर हुई है। दो दिन से रतलाम में डेरा डाले जांच दल ने शुक्रवार को कई दस्तावेज खंगाले।

इस दौरान मंडी बोर्ड के एमडी अरूण पांडे ने भी जांच दल से जानकारी लेकर निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए। सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक जांच में बगैर आर्डर दिए ही एमपी एग्रो से बिल लेने व लक्ष्‌य से अधिक ड्रीप स्प्रिंकलर बांटने सहित अन्य अनियमितता सामने आई है। जांच में सहयोग नहीं करने के चलते प्रदेश शासन ने उप संचालक कृषि सीके जैन के तत्काल प्रभाव से हटाकर भोपाल अटैच कर दिया है।

मालूम हो कि कृषि विभाग रतलाम में अनियमितताओं संबंधी शिकायतों की विभागीय जांच एमडी मंडी बोर्ड की अध्यक्षता में गठित जांच दल व्दारा की जा रही है। इधर किसान कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव द्वारा सभी कलेक्टर को एक पत्र जारी करते हुए निर्देशित किया गया कि विभाग की अन्नपूर्णा योजना, सूरजधारा योजना, बलराम तालाब योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना आदि में प्रदेश भर में भौतिक सत्यापन का कार्य अभियान के रूप में किया जाए।

जांच के लिए बुधवार से अपर संचालक कृषि आरएस चर्मकार, अमरसिंह परमार सहित अन्य अधिकारी पैलेस स्थित विभाग के कार्यालय पर जांच कर रहे हैं। दल ने यहां प्राथमिक तौर पर ही कई गड़बड़ी पकड़ी। गुरुवार को एमडी मंडी बोर्ड पांडे ने भी जांच की जानकारी ली वे शुक्रवार दोपहर जांच दल से अंतिम जानकारी लेकर रवाना हुए।

ऐसे होगी जांच
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग की समस्त हितग्राही मूलक योजनाओं विशेष रूप से स्प्रिंकलर ड्रिप प्रदाय, फसल प्रदर्शन कार्यक्रम, कृषि यंत्रों के प्रदाय आदि के संबंध में विगत तीन वर्षों 2011-12, 2012-13 एवं 2013-14 का हितग्राहीवार स्थल निरीक्षण कर परिसम्पत्तियों योजनाओं का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। निरीक्षण कर अभिलेखों से मिलान की कार्यवाही भी होगी। अभी चल रही जांच में सर्वाधिक गड़बड़ी वर्ष 2011 के दौरान की जाना सामने आ रही है।

कर्मचारियों को दूर रखेंगे
शासन के निर्देश हैं कि हितग्राही मूलक भौतिक सत्यापन कार्यक्रम में जिले के किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के कर्मचारियों को यथासंभव दूर रखा जाए। भौतिक सत्यापन उपरांत विस्तृत जांच प्रतिवेदन 30 अप्रैल 2015 तक राज्य शासन को भेजी जाएगी

कार्यालय में मचा हड़कंप
शुक्रवार को जांच के दौरान कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बैचेन दिखाई दिए। जांच के लिए जरूरी दस्तावेज लेकर अधिकारियों के सामने जाने में भी किसी ने रूचि नहीं दिखाई।

इन्होंने दिए तथ्य
मंडी डायरेक्टर व जिला पंचायत उपाध्यक्ष डीपी धाकड, सहायक उप निरीक्षक रतलाम मण्डी गणपतलाल शर्मा एवं पत्रकार उमेश मिश्रा ने अनियमितताओं संबंधी जानकारी दी। जांच में सभी तथ्यों को लेने के निर्देश पांडे ने दिए। इस दौरान कलेक्टर डॉ संजय गोयल भी मौजूद थे।

जांच में दखल पर हटाया DDA को
गुरुवार को जांच के दौरान उप संचालक कृषि सीके जैन ने कई दस्तावेजों को देने में आनाकानी की वहीं जांच में हस्तक्षेप का प्रयास किया। इस बात की जानकारी पांडे को मिलने के बाद शुक्रवार को जैन को भोपाल अटैच करने के आदेश जारी कर उन्हें रिलीव कर दिया गया। उप संचालक का अस्थाई प्रभार परियोजना संचालक आत्मा समिति जिला रतलाम को सौंपा गया है।

विभाग के कई अधिकारी आएंगे घेरे में
सूत्रों की मानें तो जांच में जो तथ्य सामने आ रहे हैं उससे विभाग के कई अधिकारी-कर्मचारी कार्रवाई के घेरे में आएंगे। हितग्राहियों के भौतिक सत्यापन में घोटाले का स्तर बढ़ सकता है। इसी तरह एमपी एग्रो व अन्य कुछ विभागों में भी जांच की आंच पहुंचने की संभावना है। जांच अधिकारियों को दिए गए रिकार्ड बदलने की बात भी सामने आ रही है।

जांच पूरी होने पर कार्रवाई
शिकायतों को लेकेर रतलाम व धार जिले में कृषि विभाग की योजना में हितग्राहियो का भौतिक सत्यापन व अन्य बिंदू पर जांच की जा रही है। जांच पूरी होने पर कार्रवाई तय होगी। आमजन से मिले तथ्यों का भी परीक्षण किया जाएगा।
अरूण पांडे, एमडी मंडी बोर्ड

भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
फेसबुक पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!