दतिया। होमगार्ड कमांडेंट के खिलाफ यौन प्रताड़ना का आरोप लगाने वाली महिला कर्मचारी को कल ग्वालियर में बयान दर्ज कराने के लिए वरिष्ठ जांच अधिकारी ने बुलाया था। यहां बयान तो दर्ज नहीं किए गए उल्टे जांच अधिकारी ने पीड़िता पर राजीनामे के लिए दवाब बनाया और पूछा कि कितने पैसे चाह रही हो। अंतत: दुखी पड़िता ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया।
ग्वालियर से लौटकर आई होमगार्ड कमांडेंट केके नारोलिया पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाने वाली महिला होमगार्ड ने शनिवार को मध्य प्रदेश के दतिया जिले में कलेक्टरेट परिसर में शरीर पर मिट्टी का तेल उड़ेल कर जान देने की कोशिश की। घटना के बाद उपनिरीक्षक (एसआइ) इला टंडन ने जिला अस्पताल में महिला के बयान दर्ज किए। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को महिला होमगार्ड ने एएसपी जयवीर सिंह भदौरिया को आवेदन देकर होमगार्ड कमांडेंट केके नारोलिया पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था।
महिला को बयान दर्ज कराने डिवीजनल कमांडेंट होमगार्ड संगीता डी. कुमार ने शुक्रवार को ग्वालियर बुलाया था। महिला ग्वालियर में बयान देने पहुंची थी। महिला होमगार्ड ने बताया कि शुक्रवार को वह ग्वालियर बयान देने पहुंची थी तो उसे काफी देर तक बैठाया गया था। बाद में डिवीजनल कमांडेंट ने राजीनामा के लिए दबाव बनाया तथा पूछा कि कितने पैसे चाह रही हो।
महिला होमगार्ड का आरोप है कि राजीनामा करने से इन्कार करने पर गाली-गलौज कर उसे बाहर निकाल दिया गया। महिला के मुताबिक नारोलिया व डी. कुमार में मामा-भांजी का रिश्ता है, इसलिए वह नारोलिया को बचाना चाह रही हैं।
