लखनऊ। अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी को खाद्य प्रसंस्करण का प्रमुख केन्द्र बनाने का कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का सपना अब परवान नहीं चढ़ पायेगा। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने अमेठी में ‘मेगा फूड पार्क’ की परियोजना को निरस्त कर दिया है।
इस संबंध में खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जिस कंपनी को यह परियोजना आवंटित की गई थी, वह समय सीमा बढ़ने के बावजूद कुछ शर्तों को पूरा नहीं कर पाई।
उन्होंने बताया, 'आवंटन की तिथि के छह महीने के बाद भी भूमि अधिग्रहण सहित कुछ शर्तो को शक्तिमान फूड पार्क लिमिटेड पूरा नहीं कर पाई थी, इसलिए परियोजना को निरस्त कर दिया गया है।'
अधिकारी ने यह भी बताया कि शक्तिमान फूड पार्क ने मंत्रालय को सूचित किया था कि विशिष्ट उपयोग वाले उर्जा संयंत्र को यदि सब्सिडी पर गैस उपलब्ध नहीं कराई जाती है तो यह परियोजना अव्यावहारिक है। फूड पार्क के लिए इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है।
राहुल ने सात अक्तूबर 2013 को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी को ‘कृषि हब’ बनाकर नयी शुरुआत का इरादा जाहिर करते हुए आदित्य बिड़ला समूह के मेगा फूड पार्क का शिलान्यास किया था। इसमें आदित्य बिड़ला समूह 200 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है।
मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, 'यहां तक की अंतिम तिथि को दो साल तक बढ़ा दिया गया लेकिन कंपनी 50 एकड़ भूमि अधिग्रहण की न्यूनतम शर्त को भी पूरा करने में असमर्थ रही।'
अमेठी में विकास कार्यो पर नजर रखने वाले राहुल के प्रतिनिधि मान सिंह ने बताया कि केन्द्र सरकार ने अमेठी में मेगा फूड पार्क परियोजना को रद्द कर दिया है। इस पार्क से करीब 40 हजार लोगों को रोजगार मिलता।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना से ना सिर्फ अमेठी बल्कि पूरे प्रदेश के किसानों की मदद होती। केन्द्र सरकार अगर यह कहती है कि वह परियोजना व्यावहारिक नहीं है या फिर उसमें कोई तकनीकी खामी है, तो वह गलत कहती है, क्योंकि अक्टूबर 2013 में इसके शिलान्यास से पहले सभी औपचारिकताएं पूरी की गई थीं।
राहुल ने अमेठी के जगदीशपुर में ‘शक्तिमान मेगा फूड पार्क’ के शिलान्यास के मौके पर कहा था कि खेत में उपजने से लेकर खाने की मेज तक पहुंचने की प्रक्रिया से बनने वाली ‘खाद्य श्रृंखला’ में सबसे कम फायदा उन किसानों को होता है, जो सबसे ज्यादा मेहनत करते हैं।
इस बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल खत्री ने अमेठी में मेगा फूड पार्क की परियोजना निरस्त किये जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केन्द्र सरकार के इस कदम से साबित हुआ है कि वह अमेठी के साथ सौतेला बर्ताव कर रही है। (भाषा)
