भोपाल। 25 जून 1975 को आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्याकर दी गई थी। आपातकाल की स्मृति में 26 जून को भोपाल में प्रदेश स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया जायेगा। इसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को मुख्य अतिथि और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र तोमर और श्री थावरचंद गेहलोत को भी आमंत्रित किया जाएगा।
यह घोषणा आज यहां दीनदयाल परिसर में लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कैलाश सोनी ने की। श्री मोदी को आमंत्रित करने के लिए एक प्रतिनिधि मंडल दिल्ली जाएगा। इसमें श्री सोनी, लोकतंत्र सेनानी संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री तपन भौमिक, श्री शिव चौबे, श्री सुरेश अग्रवाल और अन्य पदाधिकारी जायेंगे। यह निर्णय आज यहां दीनदयाल परिसर में आयेाजित प्रदेश की लोकतंत्र सेनानी संघ की कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि देश में लोकशाही बचाये रखने लिए समाज के सभी क्षेत्रों में लोकचेतना की आवश्यकता है। दलों के भीतर, न्यायपालिका और प्रशासन में लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता जगाये रखने के लिए मीसा बंदियों का संगठन जनजागरण अभियान चलाएगा। श्री कैलाश सोनी ने आव्हान किया कि लोकतंत्र सेनानी संघ सामाजिक चेतना और सामाजिक सरोकार के लिए कार्य करता रहेगा। प्रदेश अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने लोकतंत्र सेनानी संघ के सदस्यों से कहा कि समाज सुधारक डाॅ. भीमराव अम्बेडकर, डाॅ. राममनोहर लोहिया और पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को समाज में व्यापक प्रचारित किया जाएगा।
लोकतंत्र सेनानी संघ के महासचिव श्री सुरेंद्र द्विवेदी और कोषाध्यक्ष श्री संतोष शर्मा ने संघ की गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। आगामी माह में भोपाल, रीवा और जबलपुर में संभागीय सम्मेलन आयोजित किये जायेगे। लोकतंत्र सेनानी संघ की प्रदेष कार्यकारिणी की बैठक में सभी जिलों के प्रतिनिधि और प्रदेष पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में प्रदेश के दिवंगत मीसा बंदियों में श्री नगीन कोचर, श्री नारायण सिंह रघुवंशी, श्री लालजी अग्रवाल, श्री बाबूनंदन गुप्ता, श्री सतीष जोशी, श्री सत्यनारायण बंसल, श्री बाबूलाल जोषी, श्री गोबरधनसिंह चैहान, श्री किशनलाल वर्मा, श्रीमती कस्तूरी बाई, वल्लबदास जैन और श्री पुरूषोत्म कुइया को दो मिनिट मौन रखकर श्रृद्धांजलि दी गई।