भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने समूचे प्रदेश में निजी स्कूलों द्वारा की जा रही मनमाफिक फीस वसूली को लेकर विभिन्न जिला कलेक्टरों द्वारा छात्रों और अभिभावकों के हित में जारी आदेश के विरूद्व राज्य सरकार के इस आदेश पर कि संभागायुक्त और कलेक्टर इस विषयक नीतिगत मामलों में आदेश जारी नहीं करने के निर्देश को निजी स्कूल संचालकों के समक्ष किया गया आत्मसमपर्ण बताया है।
आज यहां जारी अपने बयान में श्री यादव ने कहा कि कांगे्रस पार्टी शिक्षा में समानता की पक्षधर है और इसी मंशा के अनुरूप तत्कालीन यूपीए सरकार द्वारा आरटीई लागू कर निर्धन और गरीब बच्चों के पक्ष में अध्यादेश पारित करवाया गया था, जिसके सकारात्मक परिणाम भी दिखाई दे रहे हैं, किंतु प्रदेश में कतिपय निजी स्कूल छात्रों और अभिभावकों की चिंता किये बगैर मनमाफिक तौर पर अनुचित फीस वसूली कर रहे हैं। संचालकों के इस निर्णयों के विरूद्व कई जिला कलेक्टरों ने उन्हें प्रदत्त अधिकारों के तहत आदेश जारी कर निजी स्कूलों को फीस न बढ़ाये जाने के निर्देश दिये थे, जिसे उचित निर्णय कहा जा सकता है, किंतु निजी स्कूल संचालकों के दबाव में राज्य सरकार ने उनके समक्ष आत्मसमपर्ण कर बाजारवाद की संस्कृति को बढ़ावा देते हुए कलेक्टरों के निर्णय को अपास्त कर उक्त विषयक आदेश को निरस्त कर दिया है, जो शिक्षा के क्षेत्र में व्यावसायीकरण को बढ़ावा देगा।
श्री यादव ने सरकार के इस निर्णय की भत्र्सना करते हुए कहा कि वह अपने इस अलोकतांत्रिक निर्णय को छात्रों और अभिभावको के हित में तत्काल प्रभाव से वापस ले।