भोपाल। पुलिसकर्मियों (एएसआई, हवलदार व सिपाही) के हाल ही में हुए तबादलों में संशोधन किया जा रहा है। इसमें एक थाने में पांच साल आैर संभाग में दस सालों से जमे पुलिसकर्मियों को हटाकर अन्य थानों या संभाग में पदस्थ किया जाएगा। संशोधन की यह कवायद डीजीपी सुरेंद्र सिंह के निर्देश के बाद हो रही है।
लंबे समय से एक ही थाने या संभाग में पुलिस कर्मचारी जमे हुए हैं। कई सिपाही एक ही थाने में पदोन्नत होकर हवलदार भी बने हैं। कई हवलदार से पदोन्नत होकर एएसआई हो गए। एक की थाना या संभाग में लंबे समय तक जमे रहने से उन पर लेनदेन व पक्षपात के आरोप भी लगते रहे हैं। एक ही थाना या संभाग में पदस्थ रहने से पुलिसकर्मियों को अन्य इलाकों के बदमाशों की जानकारी नहीं रहती है। उन्हें अपने जिले व बदमाशों की जानकारी रहे इसके लिए डीजीपी ने निर्देश जारी किए हैं। जिसमें एक थाने में सामान्यत : चार साल आैर अधिकतम पांच साल से पदस्थ पुलिसकर्मियों का दूसरे संभाग के थानों में तबादला किया जाएगा। थाने में दोबारा पदस्थापना (वापसी) तीन साल से पहले नहीं होना चाहिए।
जिन पुलिसकर्मियों को संभाग में दस साल हो चुके हैं, उन्हें दूसरे संभाग में पदस्थ किया जाएगा। इन दिशा-निर्देश के बाद डीआईजी ऑफिस में पुलिसकर्मियों का रिकॉर्ड खंगालने के लिए दस टीमें लगी हैं। लिस्ट तैयार होने के बाद इस पर निर्णय होगा।