भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार अतिथि विद्वानों के साथ छलावा कर रही है। राज्य सरकार अतिथि विद्वानों को सुनहरे सपने दिखाकर उनकी योग्यता का मजाक उड़ा रही है और उन्हें उनकी मेहनत का मेहनताना भी नहीं दिया जा रहा है। सरकार उनके साथ कौन सा रूख अख्तियार कर रही है, जिसमें उनके एवं उनके बच्चों का भविष्य अंधकार में धकेलने की भरसक कोशिश की जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के अतिथि विद्वान बीते कुछ दिनों से नियमितिकरण एवं समान कार्य समान वेतन की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। सरकार ने अतिथि विद्वानों द्वारा धरने पर बैठे आंदोलनकारियों की सभी मांगे मानने का आश्वासन भी दिया, लेकिन अभी तक ऐसे कोई आदेश सरकार ने अतिथि विद्वानों के संबंध में जारी नहीं किये जिससे उनका जरा भी हित हो सके।
श्री यादव ने कहा कि अतिथि विद्वान अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त डिग्री प्राप्त कर भाजपा शासनकाल में दिहाड़ी के रूप में कार्य कर महाविद्यालयों में उच्च शिक्षा प्रदान करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे है, किंतु उन्हें उनकी मेहनत के हिसाब से मेहनताना नहीं दिया जा रहा है। स्थिति यह हो गई है कि अधिकतर अतिथि विद्वान शासकीय सेवा में निर्धारित आयु सीमा के अनुसार अब तो किसी शासकीय सेवा के लिए भी आवेदन भी नहीं कर सकते।
श्री यादव ने अतिथि विद्वानों की उक्त मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि समूची कांगे्रस उनके साथ है, जब भी जहां भी पार्टी के सहयोग की आवश्यकता होगी पूरी कांगे्रस उनके साथ खड़ी है। उन्होंने अतिथि विद्वानों की मांगों को लेकर सरकार और उसके मुखिया शिवराजसिंह चैहान से जानना चाहा है कि क्या ये लोग ऐसे ही उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों का भविष्य संवारेंगे? क्या इनकी चिंता करने वाला इस सरकार में कोई भी नहीं है? श्री यादव ने सरकार और मुख्यमंत्री से कहा कि आंदोलनरत अतिथि विद्वानों की मांगों पर अपनी सुध ले और उनके साथ उचित न्याय करे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव के निर्देश पर प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा आज सुलतानिया जनाना अस्पताल के सामने स्थित शाहजहानी पार्क में अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे आंदोलनरत अतिथि विद्वानों के बीच पहुंचे, जहां उन्होंने अतिथि विद्वान महासंघ, मध्यप्रदेश के पदाधिकारियों से चर्चा कर उन्हें पार्टी की ओर से भरपूर सहयोग प्रदान करने का वचन दिया।