जबलपुर। ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। खासकर उनके लिए जो ट्रेन छूटने के डर से बिना टिकट लिए ट्रेन में चढ़ जाते हैं। रेलवे ने 1 अप्रैल से ऐसे लोगों को ट्रेनों में ही टिकट देने की व्यवस्था शुरू की है।
यात्री ट्रेन के टीटीई से संपर्क कर टिकट ले सकेंगे। हालांकि अभी यह सुविधा सुपरफास्ट ट्रेनों में ही लागू की गई है। इसके परिणाम अच्छे रहे तो जल्द ही लंबी दूरी की अन्य ट्रेनों में भी इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा।
ट्रेन में चढ़ते ही यह करना होगा
बिना टिकट लिए ट्रेन में चढ़ने वाले यात्रियों को सबसे पहले टीटीई को तलाश कर उसे बताना होगा कि उसके पास टिकट नहीं है और वह मशीन से टिकट दे दे। इसके बाद टीटीई संबंधित यात्री से तय किराए के साथ ही 10 रुपए अतिरिक्त शुल्क लेकर हैंड हेल्ड मशीन से टिकट निकलाकर उसे दे देगा।
वेटिंग क्लीयर न होने पर भी
ट्रेन में खाली बर्थ की जानकारी भी हैंड हेल्ड मशीन में उपलब्ध होगी। यदि किसी यात्री की वेटिंग क्लियर नहीं हुई है तो वह टीटीई के पास जाकर अपनी टिकट दिखाकर खाली सीट की जानकारी लेकर उसे कन्फर्म करा सकता है। टीटीई को वरीयता के हिसाब से सीटों की स्पष्ट जानकारी यात्री को देनी होगी।
- अभी ये होती है परेशानी
- ट्रेन छूटने के डर से बिना टिकट लिए यात्री को पूरे सफर में डर बना रहता है।
- टीटीई और स्क्वॉड उससे मनमाना जुर्माना वसूलते हैं।
- वेटिंग क्लियर न होने वाले यात्रियों को टीटीई बर्थ की सही जानकारी नहीं देते।
- अब ये होगा
- यात्री किराया के साथ ही 10 रुपए अतिरिक्त देकर टीटीई से टिकट ले सकेगा।
- हैंड हेल्ड मशीन से यात्री अपनी बर्थ की पोजीशन भी देख सकेगा।
- ट्रेन में चढ़ते ही उसे टीटीई को बताना होगा कि उसने टिकट नहीं लिया।
- टिकट न होने की जानकारी यदि पैसेंजर नहीं देता तो उससे जुर्माना वसूला जाएगा।
- मशीन ऐसे करेगी काम
- हैंड हेल्ड मशीन रेलवे के पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) के सर्वर से कनेक्ट होगी।
- जैसे ही यात्री टिकट मांगेगा, मशीन में नाम, जगह डालते ही टिकट निकल आएगी।
- मशीन की मदद से ट्रेन में खाली बर्थों की जानकारी भी आसानी से मिलेगी।
- इतना ही नहीं कौन पैसेंजर, कब और किस स्टेशन पर उतरेगा इसका भी पता चलेगा।
इन ट्रेनों में दी जाएगी व्यवस्था
रेलवे ने पहले चरण में यह सुविधा सुपरफास्ट मेल, राजधानी सुपरफास्ट, गरीब रथ में शुरू की है। इन ट्रेनों के टीटीई को हैंड हेल्ड मशीन दी जा रही है।
रेलवे बोर्ड द्वारा सुपरफास्ट ट्रेनों में हैण्ड हेल्ड मशीन सुविधा शुरू की गई है। हालांकि पश्चिम मध्य रेलवे को अभी इस संबंध में कोई लिखित निर्देश नहीं मिले हैं।
पीयूष माथुर, सीपीआरओ
