भोपाल। मप्र में एक ओर बेरोजगार जेबकतरे बनते जा रहे हैं, ठगी करने लगे हैं और दूसरी ओर सरकारी दफ्तर कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे हैं। एक अदद टाइपिस्ट के छुट्टी पर चले जाने के कारण एक पुलिस थाने का काम ही ठप हो गया है। फरियादी को FIR की कॉपी तक नहीं दी जा रही। कहा गया सप्ताह भर बाद आना।
क्या है मामला
इंद्रपुरी के मकान नंबर 246 में मनीष सिंह, अपने दोस्तों के साथ रहता है। उसकी सहपाठी रीना (बदला हुआ नाम) का एक कंपनी में प्लेसमेंट हो गया था। उसने बुधवार को घर पर पार्टी रखी थी। रात 9.30 बजे पार्टी चल ही रही थी कि पड़ोस में रहने वाले 'पीतांबरा ग्लास हाउस' के मालिक यश श्रीवास्तव से उनका विवाद हो गया।
फरियादी के अनुसार, पहले हर्ष उनके घर के अंदर घुसे और रीना से छेड़खानी करने लगे। उसे वैश्या तक कहा। इस पर मनीष का यश से झगड़ा हो गया। इसके बाद यश अपनी दुकान पर गया और वहां काम करने वाले बंटी और गोलू उर्फ जितेंद्र को साथ ले आया। उन तीनों ने मिलकर मनीष की पिटाई की और सरिये से सिर पर वार किया। मनीष को पिपलानी स्थित आनंदश्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
थाने में मिला जवाब
घटना के बाद फरियादी पिपलानी थाने FIR दर्ज कराने पहुंचा। वहां रिपोर्ट तो दर्ज कर ली गई, लेकिन FIR की कॉपी 7 दिन बाद आकर ले जाने को कह दिया गया। तर्क दिया गया कि, FIR टाइप करने वाला 7 दिन की छुट्टी पर है।
बताया गया था कि छात्रों का हुआ था झगड़ा
'मुझे तो यह बताया गया था कि छात्रों का आपस में झगड़ा हो गया है। यदि उन्हें FIR की कॉपी नहीं मिली है, तो वे हमारे पास आ जाएं।'
रुपेश दुबे, टीआई, पिपलानी थाना
उसी समय देनी चाहिए FIR की कॉपी
'मुझे अभी प्रकरण की जानकारी नहीं है। यदि थाने में सुनवाई नहीं हो रही है, तो मैं वहां से जानकारी लेता हूं। FIR की कॉपी तो उसी समय देनी चाहिए।'
अशुंमान सिंह, एसपी(साउथ), भोपाल