भोपाल। बालाघाट में उजागर हुआ आरटीओ घोटाला एक बड़ी और ईमानदार जांच की मांग कर रहा है। इस मामले की कड़ियां 3 राज्यों और 40 जिलों से जुड़ रहीं हैं। बताया जा रहा है कि आरटीओ के पास से जब्त किए गए 15 लाख रुपए तो केवल हाथ खर्च के लिए थे, सवाल यह है कि जब हाथ खर्च के लिए 15 लाख थे तो इस अधिकारी कुल काली कमाई कितनी रही होगी। बड़ा सवाल तो यह है कि मध्यप्रदेश में ऐसे कितने आरटीओ अधिकारी हैं जो दक्ष के बराबर दक्षता रखते हैं।
इस मामले में पुलिस द्वारा अबतक कुल 53 चार पहिया संदिग्ध वाहनों की जानकारी जुटाई गई एवं आर0टी0ओ0 दक्ष तथा क्लर्क गोड से कुल 20,55,331/-रूपये जप्त किये गये।
मामले का संक्षिप्त विवरण
बालाघाट शहर में वाहन चोर गिरोह द्वारा चोरी किए गए वाहनों को परिवहन कार्यालय के अधिकारियो/कर्मचारियो की मिली भगत कर बेचने की घटनाए प्रकाश मे आने के बाद श्री डी0सी0 सागर पुलिस महानिरीक्षक, बालाघाट जोन बालाघाट के मार्गदर्शन में श्री गौरव तिवारी, पुलिस अधीक्षक बालाघाट द्वारा श्री नीरज सोनी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालाघाट एवं श्री हरिप्रसाद टेकाम, नगर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में वाहन चोर एवं फर्जी रजिस्ट्रेशन कराने वाले गिरोह की धरपकड के लिये थाना प्रभारी कोतवाली श्री आशीष सप्रे के साथ एक टीम का गठन किया गया। जिसके द्वारा दिनांक 31.01.2015 को वाहन के चेचिस नम्बर में छेडछाड एवं चोरी के संदेह में एक टाटा एस वाहन को जप्त किया गया। जिसकी जांच के दौरान अन्य आरोपी गण की मिली भगत कर उक्त चोरी के वाहन का फर्जी रजिस्ट्रेशन कराया गया है। उक्त वाहन महाराष्ट्र के नागपुर शहर से चोरी हुआ था जिसके चोरी की प्रथम सूचना रिपोर्ट नागपुर कोतवाली मे दर्ज हुआ है। उक्त मामले में थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 215/15 धारा 420,467,468,473,120बी ताहि 71,74 आई.टी.एक्ट का अपराध पंजीबद्व कर विवेचना मे लिया गया है।
थाना कोतवाली मे दर्ज अपराध क्रमांक 206/15 धारा 7,13(1),13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में आरोपी आर0टी0ओ0 दक्ष से दिनांक 18.04.15 को 1555331/-रूपये जप्त किये गये है। इसी प्रकरण मे पुलिस रिमाण्ड में पूछताछ के उपरांत विवेचना के दौरान आरोपी रामप्रसाद गौड से पांच लाख रूपये जप्त किये गये है। अबतक कुल 2055331/-रूपये जप्त किये जा चुके है। जिसके संबंध में विवेचना जारी है।
अबतक गिरफ्तार आरोपी एवं आपराधिक रिकार्ड:-
01. नवीन असाटी पिता झमनलाल असाटी निवासी वार्ड नं. 06 चित्रगुप्तनगर बालाघाट के विरूद्व पूर्व मे थाना कोतवाली में 07 अपराध चोरी, मारपीट, बलवा के दर्ज है।
02. पप्पु उर्फ रविन्द्र शर्मा पिता गुलाबचन्द शर्मा 44 साल निवासी गुजरी चैक बालाघाट के विरूद्व फर्जी रजिस्ट्रेषन एवं धोकाधडी करने के 02 अपराध दर्ज है।
03. अज्जु उर्फ मोह0 ऐजाज गनी पिता अब्दुल सत्तार निवासी इतवारी बाजार बालाघाट।
04. राजा उर्फ राजकुमार पिता कन्हैयालाल कुकरेजा निवासी वार्ड नं.20 सिंधी काॅलोनी बालाघाट ।
05. आर.टी.ओ. रामदास दक्ष पिता स्व0 गोरेलाल दक्ष निवासी दीनदयाल पुरम बालाधाट मूल निवासी सागर।
06. रामप्रसाद गोड पिता धोकलसिंह गोड (आर0टी0ओ0 क्लर्क) निवासी वार्ड 15 गोली मोहल्ला बालाघाट।
मामले में दो अन्य आरोपी की तलाष पुलिस द्वारा की जा रही है।
अबतक विवेचना मे आये तथ्य:-
प्रकरण पंजीबद्ध होने के बाद सम्पूर्ण जिले में संदिग्ध वाहनों की चेकिंग की जा रही है जिसमें उनके इंजन नम्बर चेचिस नम्बर को ट्रेस कर चेक किया जा रहा है।
01. थाना कोतवाली में अप0क्र0 87/15 धारा 420 ताहि में एक टवेरा वाहन जप्त किया गया है। जो कि महाराष्ट्र के धुले शहर से फर्जी एन0ओ0सी0 के आधार पर एक इण्डिका गाडी के नम्बर पर लाई गई है। जिसकी विवेचना की जा रही है।
02. थाना बिरसा के अप0क्र0 43/15 धारा 420,467,468 ताहि में एक टेªक्टर जिसके चेचिस नम्बर में छेडछाड कर फर्जी रजिस्ट्रेशन कराया गया है को जप्त किया गया है जिसमें 01 आरोपी साकिर पिता हमीद खान निवासी भिमझोरी थाना मलाजखण्ड को गिर0 किया गया है तथा एक आरोपी फरार है।
03. थाना वारासिवनी में पंजीबद्व अपराध क्रमांक 148/15 धारा 420 ताहि में फर्जी नाम से रजिस्ट्रेषन किये गये 09 वाहनों की विवेचना की जा रही है जिसमें आरोपी पप्पु उर्फ रविन्द्र शर्मा अभी जेल मे है जिसकी गिर0 की जाना है। उक्त वाहनों के रजिस्ट्रेषन मे लोगो की आई.डी. का दुरूपयोग किया गया है।
04. थाना भरवेली के अपराध क्रमांक 296/14, धारा 420,467,468,471,120बी ताहि में वाहन डाम्फर के चेचिस नम्बर से छेडछाड कर फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेषन कराया गया है। जिसमे अबतग 04 आरोपी गिर0 किये जा चूके है। तथा 02 आरोपियों की तलाष की जा रही है।
इसी तरह थाना किरनापुर में 01 संदिग्ध मारूती 800 गाडी जप्त की गई है जिसकी जांच जारी है। इसके अतिरिक्त अबतक आर0टी0ओ0 कार्यालय बालाघाट से 48 वाहनों के रजिस्ट्रेषन व एन.ओ.सी. की फाईलों में प्रथमदृष्टया चेचिस व इंजन नम्बरों के साथ छेडछाड की जाना प्रतीत होती है। जिसकी जांच की जा रही है। इस प्रकार अबतक विवेचना में तथ्य सामने आये है कि वाहनों के रजिस्ट्रेषन में चेचिस नम्बर में छेडछाड की जाकर, लोगो की आई.डी. का दुरूपयोग कर, व फर्जी एन.ओ.सी. के आधार पर अन्य राज्यों के चोरी के वाहनों का फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेषन तथा फर्जी नाम और पते के आधार पर वाहनों का रजिस्ट्रेषन कर अपराध किया जाना पाया गया है। जिसकी विवेचना की जा रही है।
श्री गौरव तिवारी ने बताया की विगत 3 दिनों से चलाये गये विशेष जांच अभियान के अंतर्गत अभूतपूर्व सफलता पूलिस को प्राप्त हुई उन्होने ये भी बताया की यह अभियान निरंतर चलता रहेगा।