भोपाल। व्यापमं घोटाले में एसटीएफ ने जांच पूरी करने के लिए छह महीने का समय मांगा है। इसके लिए एसटीएफ की ओर से सुप्रीम कोर्ट में आवेदन लगाया है। जल्द ही सुप्रीम कोर्ट इस आवेदन पर सुनवाई कर सकती है।
दरअसल, करीब चार महीने पहले एसटीएफ की ओर से व्यापमं मामले की जांच 15 मार्च तक पूरी करने की बात सुप्रीम कोर्ट से कही थी। साथ ही इस मामले में अंतिम चालान भी पेश करने को कहा था, लेकिन इस बीच कई मामलों का खुलासा हुआ और एसटीएफ को मामला दर्ज करना पड़ा। इससे अपराधियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। साथ ही उनकी गिरफ्तारी और विवेचना में भी समय लगेगा। इस वजह से एसटीएफ तय तारीख तक जांच पूरी कर चालान पेश नहीं कर सकी है।
डॉ. सिंहल, बिल्डर के बयान दर्ज
जबलपुर हाईकोर्ट के राजधानी के एक बिल्डर समेत हरदा निवासी डॉ. कैलाश सिंहल के बयान शनिवार को एसटीएफ ने दर्ज कर लिए हैं। अब इनके बयानों को सोमवार को जबलपुर हाईकोर्ट में रखा जाएगा। हाईकोर्ट के अगले आदेश के आधार पर इनके खिलाफ कार्यवाही होगा। इन दोनों आरोपियों की अग्रिम जमानत पर सुनवाई करते हुए जबलपुर हाईकोर्ट ने 12 मार्च को एसटीएफ के समक्ष पेश होने के निर्देश दिए थे।
साथ ही एसटीएफ को निर्देश दिए थे कि मामले की अगली सुनवाई तक इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाए। गौरतलब है कि डॉ. सिंहल पर बिल्डर साले के साथ मिलकर अपने बेटे डॉ. प्रखर को प्रीपीजी 2012 में फर्जी तरीके से पास कराने का आरोप है। डॉ. प्रखर को एसटीएफ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इसके बाद से ही डॉ सिंहल फरार चल रहे थे। गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी।