नागपुर। शुक्रवार से शुरू हो रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) की सालाना बैठक में मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व वाली जम्मू कश्मीर सरकार द्वारा कश्मीरी अलगाववादी मसर्रत आलम को रिहा किए जाने, सीमा पार आतंकवाद, घर वापसी कार्यक्रम को लेकर मतभेद, बांग्लादेशी घुसपैठ, बढ़ती नक्सली गतिविधियां और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के प्रदर्शन को चर्चा के प्रमुख विषय के रूप में शामिल किया गया है।
एबीपीएस, आरएसएस के नीति निर्धारण का शीर्ष निकाय है, जो भैयाजी जोशी की जगह सरकार्यवाह पद पर दत्तात्रेय होसबले को नियुक्त करने सहित विभिन्न सांगठनिक बदलाव पर भी विचार करेगा। उम्मीद की जा रही है कि जोशी को आरएसएस और भाजपा के प्रमुख समन्यवक पद पर नियुक्त किया जा सकता है।प्रतिनिधि सभा में मातृभाषा के महत्त्व, योग और सामाजिक एकजुटता जैसे विषयों पर भी चर्चा होगी।