भोपाल। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने सभी जिलों को सतर्क किया है कि तापमान में वृद्धि से डेंगू उत्पन्न करने वाले कारण भी पैदा हो सकते हैं। इसके लिये अभी से आवश्यक उपाय प्रारंभ किये जाये।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री प्रवीर कृष्ण ने घरों में कूलर के पुराने खस पेड एवं जालियों को आने वाले होलिका दहन में जला देने की अपील की है । प्रमुख सचिव ने कहा कि जहाँ पानी के बर्तन ढँककर रखना आवश्यक है, वहीं मच्छरदानी के प्रयोग और लार्वा को जन्म देने वाले कूलर खस पेड भी नष्ट किए जाने चाहिए । उन्होंने कहा कि गमलों, पुराने टायर, फूलदान आदि में पानी के जमाव से डेंगू को पनपने का मौका मिलता है। बिना ढक्कन वाली पानी की टंकियाँ भी इसका प्रमुख कारण बन जाती हैं।
डेंगू स्वच्छ पानी में मच्छरों के कारण फैलता है। राज्य के सभी जिलों को जागरूक रहते हुए नागरिकों को शिक्षित और सजग करने के निर्देश दिए गए हैं। मध्य प्रदेश में गत वर्ष डेंगू नियंत्रण के अंतर्गत व्यापक स्तर पर जागृति के प्रयास किए गए थे। स्वैच्छिक संगठन भी रोग की रोकथाम के लिए गतिशील हुए थे। स्वैच्छिक संगठन मिलकर रोग की रोकथाम के लिए आगे आए थे। रोग नियंत्रण की रणनीति पर कार्य के लिए हाल ही में राज्य स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की जा चुकी है। डेंगू , मलेरिया एवं अन्य वेक्टर जनित रोग के नियंत्रण के लिए समस्त औषधियाँ और स्प्रे राज्य में उपलब्ध हैं। ग्राम स्तर पर समीक्षा करने प्रभारी सेक्टर चिकित्सक की भूमिका को सक्रिय बनाने को कहा हैं। राज्य में करीब 5000 सेक्टर प्रभारी चिकित्सक कार्यरत हैं।