भोपाल। मप्र में अंत्योदय मेलों के आयोजन की घोषणा हो गई है। 18 मार्च से आयोजन शुरू हो जाएंगे। इन मेलों में सीएम शिवराज सिंह भी जाएंगे लेकिन विरोधियों से छिपते छिपाते। याद दिला दें कि शिवराज सिंह चौहान अक्सर आम जनता के बीच प्रोटोकॉल को तोड़कर जाते रहे हैं परंतु व्यापमं घोटाले के खुलासे के बाद वो अक्सर भीड़ और स्वतंत्र मीडिया से बचने का प्रयास किया करते हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने इस बार अंत्योदय मेलों के आयोजन और सफलता की जिम्मेदारी कलेक्टर व प्रभारी मंत्री पर सौंपी है। इन मेलों को प्रभावी एवं आम आदमी को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए राज्य सरकार के प्रभारी मंत्री, विधायक, विभागीय प्रमुख सचिव एवं कमिश्नर, कलेक्टर्स की जिम्मेदारी तय की गई है। इस आशय के आदेश राज्य शासन द्वारा 5 मार्च को जारी कर सभी विभाग प्रमुखों, विभागाध्यक्ष को सूचित किया गया है। प्रत्येक जिलों पर इन मेलों का प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक लोगों को शामिल करने की रणनीति बनाई गई है। इन मेलों के आयोजन की संपूर्ण व्यवस्था पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को सौंपी गई है। मेलों के आकस्मिक निरीक्षण के लिए मुख्यमंत्री अधिक से अधिक जिलों में शामिल होंगे, लेकिन मुख्यमंत्री चौहान के कार्यक्रम गुप्त रखे जाएंगे।
कुल मिलाकर अंत्योदय मेलों का आयोजन तो इस बार भी होगा परंतु इसमें शिवराज सिंह चौहान पूर्व में घोषणा करके नहीं जांएगे बल्कि निरीक्षण के नाम पर अचानक पहुंचेंगे। मप्र में अंत्योदय मेलों के माध्यम से एक बार फिर डेमेज हो चुके ब्रांड शिवराज को चमकाने का प्रयास किया जाएगा।