भोपाल। जबलपुर से भोपाल आ रही नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन में सोमवार तड़के 3.30 बजे तीन वकीलों ने 10 साल की नाबालिग लड़की के साथ इटारसी रेलवे स्टेशन के पास रेप करने की कोशिश की। पीड़ित लड़की स्केटिंग में राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी बताई जा रही है, जिसे खुद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मानित किया था।
तीनों वकील सिविल जज की परीक्षा देकर लौट रहे थे। आरोपियों में से एक पीयूष दुबे के पिता खंडवा में परिवार न्यायालय में जज हैं। जीआरपी पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया। इस मामले में जब रेल के स्पेशल डीजी मैथिलीशरण गुप्त, रेल एसपी, अवधेश गोस्वामी से बात करनी चाही, तो डीजी का मोबाइल बंद मिला और एसपी ने कॉल रिसीव नहीं किया। जबकि इन दोनों के नंबर ट्रेन में लोगों की हेल्प के लिए लांच किए गए GRP HELPLINE APP में दिए गए हैं।
पीड़िता की मां बोली-20 रुपए लेकर चले गए RPF के जवान
भोपाल के सुभाषनगर इलाके की रहने वाली पीड़ित लड़की की मां ने कहा, 'मेरी बच्ची के साथ ट्रेन में हरकतें कर रहे थे और आरपीएफ के गनमैन मूकदर्शक बनकर उनसे 20 रुपए लेकर चलते बने। यदि हमारे परिवार वाले वहां दूसरो डिब्बों में नहीं होते तो वह मेरी बेटी के साथ गलत हरकत कर देते।'
नशे में टुन थे वकील
इटारसी जीआरपी थाना प्रभारी कुलदीप खत्री ने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि ओवरनाइट एक्सप्रेस (11472) के कोच एस-9 में सफर कर रहे इंदौर निवासी पीयूष पिता शंभूदयाल दुबे (37), महिराज पिता सुरेंद्र सिसौदिया (35) सहित रीवा निवासी आलोक पिता प्रकाश मिश्रा (35) सफर कर रहे थे। तीनों ने शराब पी रखी थी। जब ट्रेन पिपरिया और इटारसी के बीच थी तभी शराब के नशे में पीयूष उसी कोच में एक बर्थ पर सो रही एक नाबालिग किशोरी के बगल में लेट गया और अश्लील हरकत कर रहा था। लड़की की नींद खुलने पर उसने शोर मचाया। किशोरी के परिजन और अन्य यात्री जाग गए। इसके बाद पीयूष और उसके साथ मौजूद आलोक और महिराज की जमकर पिटाई की। पिटाई इतनी जबरदस्त थी कि पीयूष की बाईं आंख में चोट लग गई। जैसे ही ट्रेन तड़के 3.30 बजे इटारसी स्टेशन के प्लेटफार्म 3 पर रुकी लोग आरोपियों को पकड़कर पीटते हुए जीआरपी थाने लेकर आए।