जगदीश शुक्ला/मुरैना। कैलारस क्षेत्र में एक स्वास्थ्य केन्द्र पर पदस्थ स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने पुलिस जनसुनवाई के दौरान केन्द्र पर तैनात एक डॉक्टर पर यौनशोषण के प्रयास का सनसनीखेज आरोप लगाया है। महिला कर्मचारी का कहना है कि डॉक्टर गलत नियत रखता है और उसकी इच्छा पूरी नहीं की इसलिए 3 महीने से वेतन नहीं मिला।
पीडि़त महिला कर्मचारी ने अब प्रताडऩा से तंग आकर न्याय पाने के लिये पुलिस की शरण ली है। महिला कर्मचारी द्वारा हाल ही में हेड क्वार्टर डीएसपी सुश्री अंजुलता पटले को जन सुनबाई में आवेदन देते हुए दोषी चिकित्सक के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार कैलारस के एक स्वास्थ्य केन्द्र पर पदस्थ एक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने गत दिवस हेडक्र्वाटर डीएसपी को अपना आवेदन सौंपते हुए बताया कि उसे स्वास्थ्य केन्द्र पर पदस्थ चिकित्सक शरद शर्मा विगत लगभग एक वर्ष से गलत मंसा से प्रताडि़त कर रहा है। महिलाकर्मी ने चिकित्सक पर उसकी मंसा पूरी नहीं करने पर अपने प्रशासनिक अधिकारों का दुरूपयोग करने का भी आरोप लगाया है।
महिला कर्मी ने अपने आवेदन में कहा है कि उसके द्वारा कई माह पूर्व विभागीय अधिकारियों से की गई शिकायत में भी विभाग के आला अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की है। विभागीय अधिकारियों से न्याय नहीं मिलने के कारण एएनएम ने अब सीधे पुलिस को आवेदन देने का निर्णय लिया है। फिलहाल हेड क्वार्टर डीएसपी ने आवेदन पर मामले की जांच करने के निर्देश दिये हैं।
नहीं है विभागीय समिति
महिला कर्मचारियों को कर्तव्य स्थल पर उत्पीडऩ से बचाने एवं एसे मामलों की जांच के लिये विभागीय समिति गठित किये जाने के निर्देश हैं, लेकिन जिले के स्वास्थ्य विभाग में इस प्रकार की कोई समिति अस्तित्व में नहीं है। यही बजह है कि महिला कर्मचारी की लंबे समय से शिकायत किये जाने के बाद भी ना तो मामले की जांच हो सकी और नां ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई। पीडि़त कर्मचारी का कहना था कि विभाग में महिला कर्मचारियों की शिकायत के लिये प्रकार की किसी समिति की जानकारी नहीं है और नां ही अधिकारियों ने उसे इस प्रकार की समिति की कोई जानकारी दी है।
तीन माह से नहीं मिला वेतन
पीडि़त महिला कर्मचारी ने जानकारी देते हुए बताया कि चिकित्सक की प्रताडऩा के कारण उसे विगत तीन माह से वेतन का भुगतान भी नहीं हो सका है। पीडि़त महिला कर्मचारी ने बताया कि आरोपी चिकित्सक की अपेक्षाओं को पूरा नहीं करने के कारण चिकित्सक द्वारा उसे फरवरी माह में 27 दिनों तक अनुपस्थित दर्शाकर उसका वेतन कटवा दिया है।
सीएमओ ने नहीं उठाया फोन
मामले के संबंध में जब जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.जी.एस. राजपूत से उनके मोबाईल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कई बार लगातार घंटी जाने के बावजूद फोन रिसीब नहीं किया।