भोपाल। स्कूल शिक्षा में नवाचार को बढ़ावा दिया जायेगा। नये वित्त वर्ष से वर्चुअल और स्मार्ट क्लासेस, हेड स्टार्ट, नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए सुविधाएँ बढ़ाने और कम दृष्टि से प्रभावित विद्यार्थियों के लिए बड़े फोंट में मुद्रित किताबों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। यह जानकारी सर्वशिक्षा अभियान की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में दी गई। मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा ने अध्यक्षता की। इस दौरान वर्ष 2015-16 के लिए 8036 .54 करोड़ रुपए की कार्य-योजना को मंजूरी दी गई।
श्री डिसा ने बैठक में बच्चों में सीखने की क्षमता बढ़ाने, शिक्षकों के प्रशिक्षण, नेत्रहीन और अन्य नि:शक्त विद्यार्थियों के लिए सुविधाओं के विस्तार, प्रतिभा पर्व , विद्यालयों में पेयजल की व्यवस्था, टायलेट्स को स्वच्छ रखने और शैक्षणिक रूप से पिछड़े जिलों में बालक-बालिकाओं के लिए सहूलियतें बढ़ाने के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
मुख्य सचिव ने विज्ञान और गणित के शिक्षण में आई.आई.टी. मुम्बई, इसरो आदि संस्थाओं के सहयोग के संबंध में भी जानकारी ली। बताया गया कि भोपाल जिले में डिस्लेक्सिया से प्रभावित विद्यार्थियों के लिए बीस विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। आने वाले वर्ष में शासकीय शिक्षकों के लिए स्पेशल बी-एड का प्रावधान रहेगा। भारतीय पुनर्वास परिषद से 90 दिन के प्रशिक्षण के पश्चात शिक्षकों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी।