IMD - India Meteorological Department द्वारा मध्य प्रदेश के टोटल 14 जिलों के लिए अलर्ट जारी किए गए हैं। इनमें से चार जिलों के लिए रेड अलर्ट और 10 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किए गए हैं। भारत सरकार के मौसम विज्ञान विभाग द्वारा बताया गया है कि उपरोक्त 14 जिलों में बारिश के कारण दैनिक जीवन प्रभावित होगा और जान के जोखिम की स्थिति भी बन सकती है। जिला प्रशासन को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
मध्य प्रदेश मौसम - चार जिलों के लिए रेड अलर्ट
मध्य प्रदेश के Agar Malwa, Rajgarh, Ujjain, Shajapur जिलों में लगभग सभी स्थानों पर बारिश होगी, इसलिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। जबकि Neemuch, Mandsaur, Indore and Dewas में कुछ स्थानों को छोड़कर ज्यादातर स्थानों पर बारिश होगी, इसलिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके कारण जनजीवन के प्रभावित होने की संभावना है। प्रशासन को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए रेडी रहने के लिए और आम जनता को सुरक्षित रहने के लिए अपील की गई है।
मध्य प्रदेश मानसून - पांच जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट
मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार मध्य प्रदेश के Morena, Sheopurkalan, Sagar, Tikamgarh, Niwari जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा (Very Heavy Rainfall) होने की संभावना है। उपरोक्त जिलों की कुछ इलाकों में लगभग 40 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से आंधी चलेगी। इसी के साथ काफी तेज बारिश होगी और इस दौरान बादलों से बिजली गिरने की संभावना है। आंधी-पानी और बिजली एक साथ होने के कारण स्थिति चिंता जनक बन सकती है। इसलिए उपरोक्त जिलों के प्रशासन को अलर्ट किया गया है। किसी भी प्रकार की इमरजेंसी के लिए तैयार रहें एवं नागरिकों से अपील की गई है कि, मौसम खराब होने, आंधी और बारिश होने की स्थिति में सबसे पहले स्वयं की रक्षा करें। चेतावनी को नजर अंदाज बिल्कुल नहीं करें।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार Vidisha, Rajgarh, Jhabua, Dhar, Indore, Ratlam, Ujjain, Dewas, Shajapur, Agar, Guna, Ashoknagar, Shivpuri, Gwalior, Rewa, Mauganj, Satna, Chhatarpur, Maihar जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होगी। लगभग 40 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से आंधी चलेगी और बादलों से बिजली गिरने की संभावना है। इसके चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है। नागरिकों से अपील की गई है कि अपना ध्यान मौसम पर बनाए रखें और यदि उनके क्षेत्र में मौसम खराब होता है तो अपनी सुरक्षा करें।
मध्य प्रदेश के 31 जिलों में मौसम सुहाना रहेगा
उपरोक्त के अलावा Bhopal, Raisen, Sehore, Narmadapuram, Betul, Harda, Burhanpur, Khandwa, Khargone, Barwani, Alirajpur, Mandsaur, Neemuch, Datia, Bhind, Singrauli, Sidhi, Anuppur, Shahdol, Umaria, Dindori, Katni, Jabalpur, Narsinghpur, Chhindwara, Seoni, Mandla, Balaghat, Panna, Damoh, Pandhurna जिलों में सामान्य बारिश होगी। आसमान में बादल छाए रहेंगे और मौसम अच्छा रहेगा।
मानसून के समय भारी बारिश और वज्रपात से बचने के लिए क्या करें
- भारी वर्षा के कारण दृश्यता कम हो सकती है, जिससे सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है।
- निचले इलाकों, जिनमें सड़कें और अंडरपास शामिल हैं, में जलभराव की संभावना है, जिससे यातायात जाम और देरी हो सकती है।
- भारी वर्षा से जमा हुआ पानी जलजनित रोगों के खतरे को बढ़ा सकता है।
- झोंकेदार तेज़ हवाओं के कारण उड़ने वाला मलबा और कम दृश्यता हो सकती है, जिससे यात्रा और परिवहन प्रभावित हो सकते हैं। यदि संभव हो तो यात्रा करने से बचें।
- परिवहन व्यवस्था सहित निकासी के तरीके के बारे में पहले से योजना बना लें। वाहन धीरे चलाएँ और स्टीयरिंग व्हील को मजबूती से पकड़ें, पुलों और ऊँची खुली सड़कों से बचें।
- मचान (स्कैफोल्डिंग) और निर्माण स्थलों से दूर रहें। ऊँचे या खुले इलाकों में न जाएँ। खुले खेतों और बाहरी गतिविधियों के दौरान बिजली गिरने का खतरा बना रहता है।
- पेड़, बिजली के खंभे, अस्थायी शेड और कमजोर संरचनाओं को नुकसान पहुंचने की संभावना है। आंधी-तूफान के दौरान खुले खेतों में कार्य करने से बचे।
- गरज-चमक के दौरान घर के अंदर रहें, खिड़कियां और दरवाजे बंद करें और यदि संभव हो तो यात्रा से बचें।
- आपातकालीन किट में आवश्यक वस्तुएं जैसे कि जल्दी खराब न होने वाला भोजन, पानी, दवाइयां, टॉर्च, बैटरी और प्राथमिक चिकित्सा किट रखें।
- सुरक्षित आश्रय लें, पेड़ों के नीचे शरण न लें तथा तूफ़ान के दौरान जल निकायों से तुरंत बाहर निकलें। पेड़ों और बिजली की तारों से दूर रहें।
- कंक्रीट के फर्श पर न लेटें और कंक्रीट की दीवारों का सहारा न लें। इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें एवं उन सभी वस्तुओं से दूर रहें जो बिजली का संचालन करती हैं।
- पशुओं का विशेष ध्यान रखें, सभी जानवरों को रात के दौरान विशेष रूप से संरक्षित और सुरक्षित पशु शेड में रखा जाना चाहिए।
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और स्थानीय अधिकारियों जैसे आधिकारिक स्रोतों से मौसम के पूर्वानुमान और अलर्ट पर नज़र रखें।
मध्य प्रदेश के किसानों के लिए मौसम संबंधी सलाह
- बारिश या तेज हवा के दौरान उर्वरक या कीटनाशक का छिड़काव न करें; बर्बादी और फसल को नुकसान से बचने के लिए साफ मौसम का इंतजार करें।
- भारी वर्षा के दौरान या उसके पूर्वानुमान में सोयाबीन, मक्का या दलहनी खरीफ फसलों की बुवाई से बचें, ताकि बीज बहने और खराब अंकुरण से बचा जा सके।
- तेज हवा और भारी वर्षा के दौरान नवबोई गई फसलों या नर्सरियों को पुआल या शेड नेट से ढक दें।
- आंधी-तूफान के समय पशुओं को पेड़ों के नीचे या खुले स्थानों पर न बांध।
- नमी के कारण संक्रमण से बचने के लिए पशु शेड को नियमित रूप से साफ और कीटाणुरहित करें।
- पशुओं और मुर्गियों को ढके हुए, हवादार शेड में रखें। साफ पीने के पानी और सूखी बिछावन की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
- आंधी-तूफान के समय पशुओं को चरने के लिए बाहर न जाने दें।