सतना। व्यापमं घोटाले एवं भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ कांग्रेस ने जंग का ऐलान करते हुए कहा है कि प्रदेश के नौजवान प्रतिभाओं की हत्या करने वाली राज्य सरकार और किसानों की जमीन पर डकैती डालने वाली केन्द्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस गांव-गांव जाकर हर घर में दस्तक देगी। जिसकी शुरुआत 17 मार्च को सतना में संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन के माध्यम से होगी।
सम्मेलन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव मोहन प्रकाश, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरूण यादव, नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहित रीवा संभाग के सभी वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे।
बैठक में लिया गया निर्णय
जयस्तंभ चौक स्थित पार्टी कार्यालय में शनिवार को जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण एवं शहर की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। जिसमें पूर्व मंत्री राजमणि पटेल, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री विमलेन्द्र तिवारी , जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिलीप मिश्रा, शहर अध्यक्ष मकसूद अहमद ,विधायक यादवेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री सईद अहमद, प्रदेश कांग्रेस के सचिव धर्मेश घई उपस्थिति रहे। बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि 17 मार्च को होने वाले संभागीय सम्मेलन में अधिक से अधिक संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज करायें। साथ ही 23 मार्च से 31 मार्च के बीच होने वाले गांव चलो अभियान को सफल बनाने के लिए सभी कांग्रेस कार्यकर्ता गांव गांव में दस्तक दें।
आरपार की लड़ाई
पूर्व मंत्री राजमणि पटेल एवं महासचिव विमलेन्द्र तिवारी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि व्यापमं घोटाला व भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ कांग्रेस आर-पार की लड़ाई लड़ेगी। नेता द्वय ने कहा कि इस लड़ाई में आम जनता की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए हम गांव-गांव में दस्तक देंगे। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने कहा कि 23 मार्च से 31 मार्च के बीच होने वाले गांव चलो अभियान के माध्यम से प्रदेश सरकार के असली चेहरे को बेनकाब किया जायेगा। उन्होंने पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से कार्यक्रम को संख्याबल के आधार पर सफल बनाने की अपील की है। शहर कांग्रेस के अध्यक्ष मकसूद अहमद ने 17 मार्च को होने वाले संभागीय कार्यकर्ता सम्मेलन को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा कि यह सम्मेलन भाजपा सरकार के खिलाफ उठने वाली आवाज में मील का पत्थर साबित होगा। बैठक का संचालन जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अतुल सिंह परिहार ने किया। बैठक में प्रमुख रूप से राजाराम त्रिपाठी, गया प्रसाद बागरी, सुधा सिंह पटेल, केपी सिंह परिहार सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।