इंदौर। डॉक्टर जिसे आज भी भगवान के बाद दूसरा जीवनदाता माना जाता है, जिसे आज भी समाज में सम्मान दिया जाता है, जिससे आज भी ईमान की उम्मीद की जाती है, अब वो कितना बे-ईमान हो गया है, यह मामला इसका जीता जागता प्रमाण है।
फूटी कोठी चौराहा स्थित लक्की बेकरी के पास सोमवार रात लहूलुहान मिले युवक को जिला अस्पताल ले जाया गया था। युवक के सिर से खून बह रहा था। डॉक्टर ने एक्सीडेंट का मामूली घाव समझकर टांके लगा दिए और एमवायएच रैफर कर दिया। रात करीब 12 बजे युवक की मौत हो गई। मंगलवार दोपहर को पोस्टमार्टम में सिर में गोली धंसी मिली।
हालांकि रात में ही एमवायएच में सिटी स्कैन कराया गया था, लेकिन एमएवएस के जूनियर डॉक्टर्स इस रिपोर्ट को पढ़ ही नहीं पाए। इलाज ना मिलने के कारण उसकी मौत हो गई। पुलिस और घरवाले उस आदमी को तलाश रहे हैं जिसने गोली मारी है, लेकिन मौत तो डॉक्टर की लापरवाही से हो गई। उसके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
पुलिस के मुताबिक, सोमवार रात गीता नगर (चंदन नगर) निवासी रियाज पिता नियाज मोहम्मद (30) फूटी कोठी चौराहे के पास लहूलुहान मिला था। उसके सिर से खून बह रहा था। इस बीच वहां से गुजर रहे रियाज के साथी गोलू कौशल उसे जिला अस्पताल ले गए। जिला अस्पताल में रात 8:10 बजे डॉ. टीएस होरा ने रियाज को टांके लगाए और एमवायएच रैफर कर दिया।
रात 8:50 बजे एमवायएच में सीएमओ डॉ. जीएस मित्तल ने उसे सर्जिकल आईसीयू में भर्ती कराया। 5-6 जूनियर डॉक्टर इलाज करते रहे। सिर से खून का बहना बंद नहीं हुआ तो रात 10.30 बजे सिटी स्कैन कराया। रात 12 बजे रियाज ने दम तोड़ दिया। अन्नपूर्णा पुलिस ने बताया कि रियाज को कान के ऊपर गोली मारी गई थी, जो सिर में धंस गई थी।
7.62 एमएम पाइंट की गोली थी
पुलिस के मुताबिक, रियाज के सिर से 7.62 एमएम पाइंट की गोली निकली है। यह गोली एसएलआर (सेमी ऑटोमैटिक रायफल) में लगती है। रियाज के पास से मोबाइल व पर्स मिला है। इससे जाहिर होता है कि लूट के इरादे से वारदात नहीं की गई।
चार घंटे में डॉक्टर गोली नहीं ढूंढ़ पाए
मैंने रात करीब आठ बजे रियाज को खून में लथपथ पड़ा देखा। 10 मिनट में उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। वहां के डॉक्टर ने टांके लगाकर पट्टी बांध दी। इसके बाद एमवाय ले जाने को कहा। करीब 8.50 बजे एंबुलेंस से मैं रियाज को एमवाय लेकर पहुंचा। जब रियाज के परिजन आए तो सिटी स्कैन कराया। रियाज करीब चार घंटे तक तड़पता रहा, लेकिन डॉक्टरों को गोली लगने की जानकारी ही नहीं मिली।
गोलू कौशल (रियाज का साथी)
पढ़िए ड्यूटी डॉक्टर Dr TS Hora Indore के बेतुके जवाब
आपने गन शॉट में टांके लगा दिए। क्या आपको गोली लगने की जानकारी नहीं मिली?
नहीं, लाने वाले ने मुझे बताया कि इसे चोट लगी है। गन शॉट का मुझे पता नहीं चला।
आप सर्जन हैं, फिर भी गोली का घाव नहीं दिखा?
मैं आई-सर्जन हूं। मुझे जनरल सर्जरी की इतनी जानकारी नहीं है। यहां कॉल पर सर्जन आते हैं। पेशेंट की तबीयत सीरियस थी, इसलिए मैंने पेशेंट को एमवाय रैफर करना जरूरी समझा।
क्या यहां रात को जनरल सर्जन की ड्यूटी नहीं रहती?
ड्यूटी ऑनकॉल (इमरजेंसी में कॉल करके डॉक्टर को बुलाना) रहती है। कल तो जनरल डॉक्टर भी छुट्टी पर थीं।