भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने वे मौसम बारिश व ओलावृष्टि से बर्बाद किसानों की फसलों का मुआवजा देने के बजाय प्रदेश के मुखिया शिवराजसिंह चौहान द्वारा पीड़ित किसानों के वास्तविक आंसू पौंछने के एवज में प्रचार का माध्यम बने ओला पर्यटन की कड़ी आलोचना की है।
आज यहां जारी अपने बयान में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर तीखा हमला करते हुए श्री यादव ने कहा कि प्रदेश का किसान पिछले तीन वर्षों से लगातार बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से बर्बाद हो गया है, सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण उन्हें समय पर खाद, बीज उपलब्ध नहीं हो पाया और कहीं हुआ तो वह भी नकली, सरकार और बिचौलियों की मिली भगत के चलते किसानों को धान की उचित कीमतें नहीं मिल पाई, मोदी सरकार के निर्णय के कारण किसानों से 150 रूपये प्रति क्विंटल बोनस का अधिकार भी उनसे छिन गया।
बड़े-बड़े दावों के साथ की गई फसल बीमा योजना की राशि से भी प्रदेश का किसान वंचित है। इन सब स्थितियों के बाद भी मुख्यमंत्री लगातार यह कहते आ रहे हैं कि ‘‘मैं किसानों के आंसू नहीं बहने दूंगा’’, किंतु आज उनका यह दावा झूठा साबित हो रहा है। प्रदेश में किसानों की 90 प्रतिशत फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। चने की फसल तो पूरी तरह मिट्टी में मिल गई है। किसानों को राहत के नाम पर पिछला मुआवजा भी आज तक नहीं मिला है। यदि किसी किसान को मुआवजा मिला भी है तो वह ऊंट के मुंह में जीरे के समान।
इन स्थितियों में प्रदेश के मुखिया सहित पूरी सरकार किसानों के आंसुओं को नहीं थाम पा रही है और अब किसानों की आत्महत्याओं का दौर भी पुनः प्रारंभ हो चुका है। इन गंभीर परिस्थितियों में सरकार को चाहिए कि वह विज्ञापनों के माध्यम से किये जा रहे झूठे प्रचार-प्रसार और सरकार के मुखिया ओला पर्यटन करने की अपेक्षा बर्बाद किसानों की आंखों से शाब्दिक नहीं, बल्कि वास्तविक आंसू पौंछे।
श्री यादव ने सभी जिला कांगे्रस अध्यक्षों को निर्देशित किया है कि प्रदेश में किसानों की बर्बादी और उनकी आंखों से बह रहे आंसुओं को को रोकने में अक्षम्य सरकार के मुखिया शिवराजसिंह चैहान जहां-जहां भी ओला पर्यटन पर पहुंचें वहां पार्टी किसानों को साथ लेकर उनका तीखा विरोध करे।