भोपाल। जिला पंचायत के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मनमोहन नागर ने बदलाव के मामले में मौसम को भी पीछे छोड़ दिया। मौसम तो 3 बार बदला, मनमोहन नागर 4 बार बदले। वे कांग्रेस में थे, फिर भाजपाई हुए, 2 घंटे बाद फिर कांग्रेसी हो गए और पुन: भाजपा में आ गए। हालांकि इससे न तो कांग्रेसी खुश है और न ही अब भाजपाई। माना जा रहा है कि इसका खामियाजा आने वाले दिनों में मनमोहन नागर को भुगतना पड़ सकता है। भाजपा अब उनकी पूरी कुंडली निकलवा रही है।
सूत्रों की माने तो शुक्रवार को सुबह विधायक रामेश्वर शर्मा ने उनसे सम्पर्क किया इसके बाद राजगढ़ के सांसद रोडमल नागर ने भी मनमोहन से बात की। रोडमल, मनमोहन के समधी हैं। इन्हें संसद सत्र के बीच में प्लेन से दिल्ली से बुलाया गया था। इन दोनों नेताओं से बातचीत के बाद मनमोहन ने एक बार फिर भाजपा का दामन थाम लिया था। हालांकि मनमोहन नागर ने अब कहा है कि मैं पहले भी भाजपा में था और अब भी भाजपा में हूं। कांग्रेस के कुछ नेता मुझे जबरन अपने साथ ले गये थे।
मनमोहन नागर पर कभी किसी तरह का कोई दबाव नहीं डाला, वे पहले भी स्वेच्छा से हमारे पास आये थे और कल भी खुद की इच्छा से ही हमसे सम्पर्क किया।
रामेश्वर शर्मा विधायक