भोपाल। जिला सहकारी बैंकों में रिक्त पदों की भर्ती बैंकिंग भर्ती बोर्ड से होगी, साथ ही इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं होगी। सहकारिता विभाग ने 1345 पद मंजूर करने के साथ बैंकों से कह दिया है कि वे बैंकिंग भर्ती बोर्ड को प्रस्ताव भेजकर भर्तियां कराएं। बैंकों में इस वक्त 5405 पद रिक्त हैं। अमले की कमी के कारण वसूली पर असर पड़ रहा है।
सहकारिता मंत्री गोपाल भार्गव ने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए बैंकों में खाली पदों पर भर्ती बैंकिंग भर्ती बोर्ड से कराने की घोषणा की थी।
बीते विधानसभा सत्र में भार्गव ने एक सवाल के जवाब में बताया है कि सरकार के स्तर पर बैंकिंग भर्ती बोर्ड से पद भरने का कोई प्रस्ताव लंबित नहीं है। मंत्री के इस जवाब से प्रदेश में भ्रम की स्थितियां बन रही थी। अधिकारियों ने बताया कि विभाग केवल पद स्वीकृत कर भर्ती के लिए मंजूरी देता है। भर्ती करना विभाग का काम नहीं है। बैंक स्वायत्त संस्थाएं हैं, इसलिए भर्ती का अधिकार भी उन्हीं को है।
भर्ती में पारदर्शिता रहे, इसके लिए बैंकों से कहा गया है कि वे राष्ट्रीय स्तर पर बैंकिंग भर्ती बोर्ड के माध्यम से आयोजित होने वाली परीक्षा के जरिए चयन करें। इससे भाई-भतीजावाद के आरोप नहीं लगेंगे और योग्य व्यक्ति मिल जाएंगे। अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक प्रदीप नीखरा ने बताया कि शासन से पद मिलने के बाद भर्ती के लिए बैंकिंग भर्ती बोर्ड को प्रस्ताव भेज दिया गया है।
इनकी सर्वाधिक कमी पद संख्या
कैशियर, लिपिक, कम्प्यूटर आपरेटर, गोडाउन व रिकार्ड कीपर- 2, 613
पर्यवेक्षक, स्टेनोग्राफर, सहायक लेखापाल, उच्च श्रेणी लिपिक- 1,172
प्रबंधक, निरीक्षक, कार्यालय अधीक्षक, वित्तीय विश्लेषक, उपयंत्री- 614