भोपाल। मप्र में छात्रवृत्ति घोटाला लगातार जारी है। इसे रोकने के तमाम प्रयास नाकाफी हो रहे हैं। ताजा मामला भी इसी का एक प्रमाण है जिसमें पीड़ित को 26000 के स्थान पर मात्र 5000 रुपए छात्रवृत्ति दी गई। कहा जा रहा है कि छात्र ने अपनी पूरी फीस जमा नहीं की थी इसलिए छात्रवृत्ति काट ली गई, जबकि छात्र सबूत लिए घूम रहा है कि पूरी फीस जमा कराई गई है।
आप खुद पढ़िए यह खुलाखत :-
प्रति
सम्पादक महोदय
भोपाल समाचार
विषयः- छात्रवृत्ति की शेष राशि दिलायें जाने वावत्।
मान्यवर
विनम्र निवेदन है की मैने 03/03/2011 को 25000रू शिक्षण शुल्क सहित अशासकीय पदमा कालेज आॅफ एजुकेशन झाबुआ के बीएड पाठक्रम हेतु प्रवेश लिया था। मैने आवेदन क्र0 1750890 के द्वारा उपरोक्त पाठयक्रम हेतु छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था जिसमें मुझे मात्र 5660रू की छात्रवृत्ति विभाग द्वारा मुझे दी गई थी जब की मुझे 26660रू दी जानी चाहिए।
इस आशय की शिकायत मैने मध्य प्रदेश शासन के जन शिकायत निवारण विभाग में आनलाइन आवेदन क्र0 पी. जी /228474/2013/99 द्वारा सी एम हेल्पलाइन आवे0 341311 द्वारा शिकायत दर्ज कराया किन्तु इसमें समस्या का निराकरण करते समय मेरे द्वारा जमा कराई गई शिक्षण शुल्क के तथ्य को नजर अंदाज कर निराकरण किया गया जोकि किसी भी तरह न्यायोचित नही है। साथ ही निराकरण पत्र में पो./में/छा./2012-2013/3538/दिनाॅक 06.08.2012 की प्रति भेजे जाने कि बात उल्लिखित है। किन्तु यह पत्र लिखे जाने तक मुझे इसकी प्रति प्राप्त नही हुई है।
महोदय जब मैने मप्र ई स्काॅलरशिप पोर्टल से सम्बधित छात्रवृत्ति प्रपोजल क्र0 9253/03/01/76189 दिनाॅक 14.02.2012 निकाला तो उसमें मै यह देखकर हतप्रभ रह गया की प्रपोजल में मेरे द्वारा जमा कराई गई शिक्षण शुल्क 5000रू उल्लिखित है जो कि पूर्णतः असत्य है। मैने संस्था में डी डी क्रमांक 704099(एस बी आई रामपुर बाघेलान) 20000रू एम पी आॅनलाइन द्वारा 5000 कुल 25000रू शिक्षण शुल्क के रूप में जमा कराया था। इसी पाठय क्रम हेतु प्रदेश के अन्य अशासकीय शिक्षण संस्थानो में अध्यनरत छात्रों को 26000से 27000रू तक की छात्रवृत्ति प्रदान की गई है।
महोदय मैने मित्र से कर्ज लेकर शिक्षण शुल्क जमा कराया था। मेरी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारन कर्ज चुका पाने में असमर्थ हूॅ। अतः श्रीमान जी से करबद्ध निवेदन है कि मुझे शीघ्रातिशीघ्र शेष छात्रवृत्ति दिलायें जाने कि कृपा की जायें।
यदि मुझे शीघ्र न्याय नही मिला तों मै आत्मदाह करने को मजबूर हो जाउॅगा जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी ।
सूचनार्थ पे्रषित
1. मा0 मुख्यमंत्री जी म0 प्र0
2. मा0 मुख्य न्यायधीश उ0 न्या0 जबलपुर
3. मा0 प्रधानमंत्री जी नई दिल्ली
प्रार्थी
शिवललन कुशवाहा /श्री मंगल प्रसाद
ग्राम गडौली पो0 अमरपाटन जिला सतना
मो0 9893608273/9993118685