भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय की निगरानी में संतोषजनक ढंग से जारी जांच और न्यायाधीन मामलें में बार-बार विशेष जांच दल को आवेदन सौंपकर कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह वास्तव में जांच कार्य में भटकाव पैदा करनें का प्रयास कर रहे है, जो महज मीडिया में सुर्खियां में बनें रहनें की कोशिश है।
इससे यदि वे जनता में भ्रम उत्पन्न करनें की मंशा रखते है तो जनता दिग्विजय सिंह के कुचक्र में फंसने वाली नहीं है। उनकी विष्वसनीयता पहले ही जनता खारिज कर चुकी है। मध्यप्रदेश की जनता ने कांग्रेस और कांगे्रस महासचिव दिग्विजय सिंह को पिछले तीन विधानसभा चुनावों में अपमानजनक पराजय देकर दंडित किया है।
श्री नंदकुमार सिंह चैहान ने कहा कि कांग्रेस महासचिव भारतीय जनता पार्टी के विकास के अजेंडा से और वैचारिक स्तर पर पहले ही परास्त हो चुके है। व्यापमं जांच को आदेशित कर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस साहस का परिचय दिया और जांच मुकाम पर पहुंच रही है उससे उच्च न्यायालय ने भी जांच पर संतोष व्यक्त किया है। कांग्रेस नेताओं को हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक जब हताशा हाथ लगी तो अब उनका मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के चरित्रहनन का एकमात्र एजेंडा बन चुका है और दिग्विजय बार-बार हस्तक्षेप के बहाने मामलें को पटरी से उतारकर सिर्फ आरोपियों को जमानत दिये जाने के प्रयास को सर्वोच्च मान चुके है, लेकिन इसमें उन्हें हताशा ही हाथ लगी। मध्यप्रदेश की जनता दिग्विजय सिंह की शगूफाबाजी को बर्दास्त करनें वाली नहीं है।
श्री नंदकुमार सिंह चैहान ने दिग्विजय के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मामला न्यायाधीन हो चुका है। यदि उन्हें कोई आपत्ति है अथवा सुझाव देने में अपने को सक्षम पाते है तो उन्हें माननीय न्यायालय में तथ्य और सच्चाई पेश करना चाहिए। लेकिन उनका प्रयास इस मामलें को माध्यम बनाकर सिर्फ संचार माध्यमों में प्रचार पाना भर है।