ग्वालियर। इस बार एमपी बोर्ड परीक्षा में शिक्षकों को किस परीक्षा केंद्र पर ड्यूटी करने जाना है इसकी जानकारी उन्हें पेपर से सिर्फ 7 घंटे पहले दी जाएगी। शिक्षकों के मोबाइल पर एक मैसेज आएगा, जिसमें लिखा होगा आपको किस सेंटर पर ड्यूटी करने जाना है। वहीं, जिन केंद्रों की दूरी ज्यादा है। उनके लिए मैसेज का टाइम 10 घंटे से 12 घंटे हो सकता है। इतना ही नहीं शिक्षकों को हर दिन मैसेज आएगा और बताया जाएगा कि किस केंद्र पर परीक्षा करानी है।
हालांकि अभी इस व्यवस्था पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है कि बोर्ड एग्जाम में लगने वाले टीचर्स की ड्यूटी हर दिन बदली जाएगी या दो दिन में एक बार। स्कूल शिक्षा विभाग व माशिमं के अधिकारी इस पर मंथन कर रहे हैं। बोर्ड परीक्षा में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक की ड्यूटी जिला स्तर की बजाय प्रदेश स्तर पर तय की जाएगी। दरअसल माशिमं यह व्यवस्था परीक्षा में नकल रोकने के लिए बना रहा है।
G2G लिंक पर डेटा अपलोड हो रहा है
जिले के डीईओ द्वारा अपने विशेष पासवर्ड के जरिए एमपी ऑनलाइन की लिंक जी2जी पर संकुल आधार पर शिक्षकों का डेटा अपलोड किया जा रहा है। इसमें टीचर्स के नाम, मोबाइल नंबर, डाइस कोड, संकुल केंद्र की जानकारी शामिल है। साथ ही 10 प्रतिशत रिजर्व एग्जाम सेंटर के केंद्राध्यक्ष व सहायक केंद्राध्यक्ष के नाम भी शामिल होंगे।
ग्वालियर का ही है प्लान
नकल को रोकने के लिए प्रदेश स्तर पर ड्यूटी लगाने का प्लान तैयार करने के पीछे ग्वालियर के प्लान ही रोल मॉडल बना है। विगत वर्ष बोर्ड एग्जाम में ग्वालियर कलेक्टर पी. नरहरि द्वारा रेंडम सिस्टम की मदद से केंद्राध्यक्ष व सहायक केंद्रों की ड्यूटी लगाने का प्लान तैयार किया गया था। इस प्लान के तहत केंद्राध्यक्ष को 8 से 10 घंटे पहले ही उनके नवीन एग्जाम सेंटर की जानकारी दी गई थी।
पहले इस बात का सभी सीएस ने विरोध किया था, लेकिन कलेक्टर के आदेश पर इस प्लान का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से हुआ। इसकी वजह से ग्वालियर में नकल पर काफी हद तक लगाम लगी थी। ग्वालियर का यह प्लान प्रदेश स्तर पर उदाहरण बना था। उसी को आधार बनाकर इस बार पूरे प्रदेश में बोर्ड एग्जाम में लागू किया जा रहा है।
50 हजार छात्र सम्मलित होंगे
जिले में हाईस्कूल व हायर सेकंडरी बोर्ड एग्जाम में करीब 50 हजार छात्र सम्मलित होंगे। जिले में बोर्ड एग्जाम के लिए 89 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसमें 7 अति संवदेनशील और 14 संवेदनशील केंद्र शामिल हैं।
इनका कहना
नकल रोकने के लिए ग्वालियर कलेक्टर द्वारा तैयार किए गए प्लान को पूरे प्रदेश में अपनाया गया है। इस बार बोर्ड एग्जाम में टीचर्स को मैसेज के जरिए कुछ घंटे पहले ही उनकी ड्यूटी की जानकारी मिलेगी। इसके लिए टीचर्स के डेटा को एमपी ऑनलाइन की लिंक जी2जी पर अपलोड करने का कार्य किया जा रहा है।
एमएस सिकरवार, डीईओ, ग्वालियर