भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही भी अर्थहीन रही। स्वाइन फ्लू के मामले पर स्थगत प्रस्ताव आया था परंतु चर्चा किसी निर्णायक मोड़ तक नहीं पहुंच पाई। स्वास्थ्य मंत्री ने उल्टा कांग्रेस पर ही कीचड़ उछाल दिया और विधानसभा शुक्रवार तक के लिए स्थगित हो गई।
सदन में दूसरे दिन भी कांग्रेस का हंगामा जारी रहा। हालांकि स्वाइन फ्लू पर लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर सदस्यों ने चर्चा की। लेकिन स्वास्थ्य मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस विधायकों ने स्वाइन फ्लू से निपटने में सरकार को उदासीन बताया। वहीं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि, स्वाइन फ्लू जैसे गंभीर मु्द्दे पर विपक्ष राजनीति कर रहा है।
वहीं व्यापमं मामले में उमाशंकर गुप्ता ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। गुप्ता ने कहा है कि, कांग्रेस प्रदर्शन में अपना समय और पैसा दोनों बर्बाद कर रही है। गुप्ता ने कांग्रेस से सदन चलाने में सहयोग देने की बात कही है।
नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने कहा है कि जितने दिन विधानसभा चलेगी। उतने दिन सीएम को सदन में बोलने नहीं दिया जाएगा। कटारे पर पलटवार करते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष का फैसला तानाशाही भरा है।
वहीं कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस महासचिव पर निशाना साधते हुए कहा है कि दिग्विजय असत्य कथावाचक हैं। लेकिन उनकी स्क्रिप्ट राजनीति के लिए अच्छी नहीं है। इसीलिए उन्हें राजनीति छोड़कर बॉलीबुड में चले जाना चाहिए।
