हथियारों से लैस होकर जाते हैं स्कूल

भिंड/मुरैना। उम्र कलम पकड़ने की, लेकिन चला रहे एक-दूसरे पर गोली। गोली भी मामूली बात को लेकर चला रहे हैं। भिंड-मुरैना जिले में छात्र और टीन एजर्स कुछ ऐसा ही कर रहे हैं। भिंड शहर में गुरुवार को कोचिंग के बाद बीएससी फर्स्ट सेम के छात्र आपस में भिड़ गए। बैग में किताबों के बीच छिपाकर रखे कट्टों से फायरिंग कर दी। इससे कॉलोनी में भगदड़ मच गई।

पिछले कुछ माह से ऐसे क्राइम सीन शहर के स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर पर देखने को मिल रहे हैं। दो महीने के अंदर भिंड और मुरैना में यह सातवीं घटना है, जब कोचिंग के बाहर छात्रों ने फायरिंग की है। मुरैना में छात्रों की फायरिंग में एक मजदूर की मौत भी हो चुकी है। नंवबर महीने में भिंड में एक 12वीं के छात्र को उसके साथ पढ़ने वालों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

कोचिंग में विवाद, बाहर आकर चला दी गोली
गुरुवार को बीएससी फर्स्ट सेम में पढ़ने वाले छात्रों के दो गुट कोचिंग के बाद हाउसिंग कॉलोनी गौरी किनारे नर्सरी में बैठ गए। दोनों गुटों में पढ़ाई के किसी विषय को लेकर कोचिंग में विवाद हुआ। देखते ही देखते बात बढ़ी दोनों गुटों ने आसपास पढ़ने वाले अपने छात्र दोस्तों को बुला लिया। साथियों के आते ही एक गुट के छात्र ने किताबों के बैग से कट्टा निकाला और फायर कर दिया। गोली की आवाज सुनकर भगदड़ मच गई। स्थानीय लोगों ने पुलिस को फोन किया। पुलिस मोबाइल आने से पहले ही फायर करने वाले छात्र भाग निकले।

  • स्कूल-कॉलेजों में हुई वारदात:

  1. 31 जनवरी को शहर के निजी स्कूल में सीट पर बैठने के विवाद में 10 के छात्र ने साथियों के संग साथ में पढ़ने वाले स्टूडेंट को उटाया और कट्टों की बट से पीटा।
  2. 12 जनवरी को जैन कॉलेज में प्रैक्टिकल देने को लेकर हुए विवाद में छात्रों ने अपने ही साथ पढ़ने वाले छात्र पर फायरिंग कर दी।
  3. 9 जनवरी को हाउसिंग कॉलोनी में कोचिंग सेंटर पर पढ़ने आए छात्रों ने टीचर को पीटा और जान से मारने की धमकी दी।
  4. 27 दिसंबर को बरोही थाने के इलाके में डकैती हुई। इसमें आधा दर्जन आरोपी थे, जिनमें सब इंस्पेक्टर और इंजीनियर बनने की तैयार कर रहे छात्र शामिल थे।
  5. 14 नवंबर को बाल मेला देखने आ रहे 11वीं कक्षा के छात्र को स्कूल के खेल मैदान में कट्टे से गोली मार दी गई, जिससे छात्र घायल हुआ।
  6. नवंबर महीने में ही शहर के पास रछेड़ी गांव में 12 के छात्र को माथे पर कट्टा रखकर गोली मारी गई, जिससे उसकी मौत हो गई। वारदात का आरोप साथ पढ़ने वाले कुछ छात्रों पर ही आ रहा है।


हथियारों के प्रति क्रेज से ऐसे हालात:?
चंबल जोन के तत्कालीन आईजी डीसी सागर का कहना है भिंड-मुरैना के लोगों में हथियारों को लेकर अलग क्रेज है। यहां लाइसेंसी से ज्यादा अवैध हथियार हैं। छात्र घर और आसपास हथियारों को देखता है।लोग शादी समारोह में भी हथियार लेकर चलते हैं। ऐसे में छात्र अनजाने में हथियार रखने लगते हैं और हथियार रखते ही वे अपराधी हो जाते हैं। उन्हें नहीं पता कि वे क्या अपराध कर रहे हैं? आगे की लाइफ पर इसका क्या असर पड़ेगा। आईजी श्री सागर कहते हैं कि इसके लिए समाज में अच्छी शिक्षा और जनजागृति की जरूरत है। छात्रों को बताया जाए कि इससे उनका कितना बड़ा नुकसान होगा। साथ ही ऐसे मामलों में पुलिस को भी सख्ती दिखाना होगी, जिससे ऐसे क्राइम रुक सकें।

छात्रों में हथियारों का क्रेज उनका कॅरियर बर्बाद कर सकता है। यह बात छात्रों को समझानी होगी। पुलिस को भी ऐसे मामलो में सख्ती से कार्रवाई करना चाहिए। साथ ही जब ऐसे मामले बढ़ रहे हैं तो स्कूल, कॉलेज और कोचिंगों में जाकर छात्रों की काउंसिलिंग करना चाहिए।
रामप्रताप सिंह कुशवाह, एडवोकेट, भिंड

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