नई दिल्ली। पिछले साल भारत में मोबाइल इंटरनेट के इस्तेमाल में 74 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। नोकिया नेटवर्क्स की स्टडी के मुताबिक, इस दौरान 3जी ट्रैफिक डबल से भी ज्यादा हो गया। नोकिया नेटवर्क्स के वाइस प्रेसिडेंट और इंडिया रीजन के हेड संदीप गिरोत्रा ने बताया, 'भारत में वायरलेस नेटवर्क पर डेटा यूज में जबरदस्त ग्रोथ हो रही है। 2014 में डेटा यूज में सालाना आधार पर 74 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि 3जी ट्रैफिक 114 फीसदी बढ़ गया।' नोकिया नेटवर्क्स की एमबिट इंडेक्स स्टडी के मुताबिक, 2014 में 2जी मोबाइल इंटरनेट यूज में इससे पिछले साल के मुकाबले 41 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
नोकिया नेटवर्क्स की यह स्टडी भारतीय टेलीकॉम नेटवर्क की पहुंच से जुड़े आंकड़ों पर आधारित है। इसके मुताबिक, 2014 में टोटल मोबाइल इंटरनेट ट्रैफिक बढ़कर 85 पेटाबाइट (पीबी) हो गया, जो 2013 में 49 पेटाबाइट था। टोटल डेटा कंजम्प्शन में 3जी यूज की हिस्सेदारी 52 फीसदी रहने का अनुमान है।
गिरोत्रा ने बताया, 'भारत में एक 3जी सब्सक्राइबर ने 2जी कंज्यूमर के मुकाबले तीन गुना ज्यादा डेटा की खपत की। 3जी के जरिये डेटा ग्रोथ को बढ़ावा मिल रहा है, जबकि 2जी की ग्रोथ थोड़ी स्थिर हो गई है। मेरा मानना है कि 2जी की ग्रोथ अब भारत में ज्यादा रफ्तार नहीं पकड़ेगी। अब ऑपरेटर्स को अपना 3जी नेटवर्क और मजबूत करने की जरूरत है।'
यूज के लिहाज से मेट्रो शहर नहीं बल्कि ए कैटेगरी वाले सर्विस एरिया- महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु की हिस्सेदारी 3जी और कुल डेटा यूज में सबसे ज्यादा रही। इन सर्विस एरिया में 2014 में 3जी यूज में इससे पिछले साल के मुकाबले 129 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
बी कैटेगरी के 8 सर्किलों में डेटा कंजम्प्शन की ग्रोथ 30 फीसदी रही। इन सर्किलों में 3जी यूज में 107 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। डेटा कंजम्प्शन के मामले में बी कैटेगरी के सर्विस एरिया के बाद महानगरों- दिल्ली, मुंबई और कोलकाता की पोजीशन रही। गिरोत्रा ने कहा, 'मेट्रो शहर बाकी कैटेगरी के सर्किलों के मुकाबले छोटे हैं। लिहाजा, यह डेटा कंजम्प्शन थोड़ा कम रहा। साथ ही, यहां लोग मोबाइल के अलावा कई अन्य डिवाइसेज के जरिये इंटरनेट एक्सेस करते हैं।'
गिरोत्रा के मुताबिक, 'इंडस्ट्री की स्टडी के मुताबिक, 2014 में भारत में 25.8 डिवाइसेज बाजार में आईं। इनमें से 22 फीसदी 3जी स्मार्टफोन, 70 फीसदी फीचर फोन, 7 फीसदी 2जी स्मार्टफोन और 1 फीसदी 4जी स्मार्टफोन थे।' उन्होंने बताया कि जिन टेलीकॉम ऑपरेटर्स के पास 3जी स्पेक्ट्रम है, वे अब पूरा मेट्रो कवर करते हैं, जो ए कैटेगरी के सर्विस एरिया के 2जी नेटवर्क के बराबर है।
