रीवा। यहां 2 चोरों से बरामद मूर्ति की चोरी का मामला प्रकाश में आया है और आरोपी कोई और नहीं बल्कि चोरों को गिरफ्तार करने वाला टीआई ही है। उसने चोरी के सामान में मौजूद माता की बहुमूल्य मूर्ति चुरा ली जो उसके घर से बरामद की गई। टीआई को सस्पेंड कर दिया गया है।
एसपी को शनिवार रात सूचना मिली कि सिटी कोतवाली टीआई ने ठगों से जो मूर्ति बरामद की है उसे वो छिपा रहे हैं। एसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए रात में ही मामले की जांच शुरू कर दी। हालांकि इस बीच टीआई को कार्रवाई की जानकारी मिलने पर उन्होंने अपने मातहतों के सहारे घर में रखी मूर्ति को पहले ही थाने भिजवा दिया।
क्या था मामला
पुलिस ने शुक्रवार को गोविंदगढ़ के दो युवक रवि द्विवेदी व अंशुल साकेत निवासी गोविंदगढ़ को गिरफ्तार किया था। इनके पास से एक नकली सोने का शेर व 30 हजार रुपए जब्त किए गए थे। साथ ही सतना जिले के मैहर थाना के नीलकंठ आश्रम से 2013 में चोरी हुई देवी की प्रतिमा भी हाथ लगी थी।
लेकिन टीआई दुबे ने केवल नकली सोने का शेर व 30 हजार रुपए बरामद होने की जानकारी अधिकारियों व पत्रकारों को दी, जबकि चोरी की मूर्ति का कहीं कोई जिक्र नहीं किया। न ही मामले में इसकी जब्ती बनाई थी। रोजनामचे में भी मूर्ति के बरामद होने का कोई उल्लेख नहीं था।
पूछताछ करने पहुंचे गोविंदगढ़ TI
एसपी के निर्देश पर चोरी की मूर्ति की आगे की विवेचना करने की जवाबदारी गोविंदगढ़ थाना प्रभारी एसएस राजपूत को सौंपी गई है। वह पुलिस हिरासत में आए दोनों युवकों से जिले सहित संभाग के अन्य स्थानों से चोरी गईं बेशकीमती मूर्तियों के बारे में पूछताछ करेंगे।
मुझे सूचना मिली थी कि सिटी कोतवाली टीआई मूर्ति बरामदगी में हीलाहवाली कर रहे हैं। इसकी जांच कराई गई और प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए गए। उन्हें तत्काल सस्पेंड कर लाइन अटैच कर दिया गया है। प्रारंभिक जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रणय नागवंशी को सौंप दी गई है।
आकाश जिंदल, पुलिस कप्तान, रीवा