MY CAB के ड्रायवरों की हड़ताल बुधवार से जारी


 भोपाल। राजधानी में रेडियो कैब के संचालन को 5 माह भी पूरे नहीं हुए हैं और दूसरी बार कैब के पहिए थम गए हैं। प्रबंधन की गलत नीतियों के कारण ड्राइवर बुधवार शाम से हड़ताल पर चले गए हैं। दूसरे दिन गुरुवार को भी हड़ताल होने के कारण टैक्सियां जवाहर चौक स्थित माय कैब के डिपो कार्यालय में खड़ी रहीं।


कैब ड्राइवरों ने गुरुवार को वेतन संबंधी मांगों को लेकर सीएम हाउस, श्रम विभाग, संभागायुक्त, कलेक्टर, एसडीएम व नगर निगम कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया है कि उन्हें कलेक्टर रेट पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। कंपनी द्वारा 8 की घंटे की जगह 12 घंटे काम लिया जा रहा है और वेतन 7 हजार 500 रुपए दिया जा रहा है जबकि कलेक्टर रेट के अनुसार 8 हजार 435 रुपए देना चाहिए। महीने में एक भी अवकाश नहीं दिया जा रहा। ड्राइवरों का कहना है कि भर्ती के दौरान मायकैब द्वारा उन्हें न तो ज्वाइनिंग लेटर दिया और न ही पीएफ काटा गया।

गौरतलब है कि बीसीएलएल और मायकैब द्वारा सितंबर से 100 रेडियो कैब का संचालन किया जा रहा है। इसके लिए इतने ही ड्राइवर नियुक्त किए गए थे। अगस्त-सितंबर 2014 में वेतन नहीं मिलने से परेशान ड्राइवरों ने हड़ताल की थी।

लायसेंस नहीं फिर भी दौड़ा रहे TAXY
ड्राइवरों के हड़ताल पर चले जाने से बुकिंग कैंसिल करनी पड़ रही है। मायकैब प्रबंधन ने आनन फानन में बाहर से ड्राइवरों को बुलाया लेकिन दर्जनभर ही कैब का संचालन हो सका। बताया जाता है कि नए ड्राइवरों के पास न तो लायसेंस है और न ही इसकी आईडी है। ड्राइवरों के लिए जरूरी ड्राइवर का पुलिस वेरीफिकेशन और शपथ पत्र व आईडी भी नहीं है।

प्रबंधन पर लगाया साजिश करने का आरोप
ड्राइवर अमर अली, रहीम, मो लियाकत, जाहिद खान आदि का आरोप है कि नए ड्राइवरों को कैब तो पकड़ा दी गई है लेकिन सर्वर में उनका नाम ही नहीं है। ऐसे में अगर कोई दुर्घटना होती है उनकी जगह हड़ताल कर रहे ड्राइवरों का नाम आएगा। शपथ पत्र किसी और का और ड्राइवर कोई और है। वहीं, कुछ टैक्सियों में शपथ पत्र भी हटा दिया गया है। ड्राइवरों ने प्रबंधन के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया।

इनका कहना

बच्चे की जान गई पर अधिकारियों का दिल नहीं पसीजा
ड्राइवर नूरअली ने बताया कि लालबहादुर नामक ड्राइवर का बेटा बीमार हो गया। जब उसने इलाज के लिए पैसे मांगे तो उसे पैसा नहीं दिया गया और बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि इस ड्राइवर ने पूरे महीने काम किया था। पैसे नहीं देने से बच्चे का इलाज सही समय पर नहीं हो पाया।

हमारी सुरक्षा की चिंता नहीं
अगर हमारे साथ कोई घटना होती है तो सुरक्षा के नाम पर प्रबंधन हाथ खड़े कर देता है। पिछले दिन मेरे साथ काम के दौरान कुछ लोगों ने मारपीट की, जब इसकी शिकायत मैनेजर से की तो उन्हें कहा कि यह तुम्हारी समस्या है। साथ में ये भी कहा गया कि अगर टैक्सी को कुछ होता है तो तुम्हारा वेतन काटा जाएगा।
सिद्घार्थ लोखंडे
ड्राइवर

हड़ताल पर जाने वालों पर होगी कार्रवाई
कुछ ड्राइवर नेतागिरी करने के लिए दूसरे ड्राइवरों को गुमराह कर रहे हैं। उनका वेतन पहले से ही कलेक्टर रेट के हिसाब से दिया जा रहा है। साथ ही पीएफ व अवकाश सहित सभी सुविधाएं दी जा रही है। रेडियो कैब का संचालन सुचारू होता रहे इसके लिए मायकैब ऑपरेटर को निर्देश दिए हैं कि हड़ताल करने वाले ड्राइवर को हटाकर नए ड्राइवर को नियुक्त करें।
चंद्रमौली शुक्ला
CEO, BCLL

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