खरगोन। इसे आप डकैती कह सकते हैं या लूट या फिर ग्रामीणों की मजबूरी। करीब 2 दर्जन ग्रामीणों ने एकराय होकर एक दालमिल पर धावा बोला। चौकीदार को बंधक बनाया और 70 कट्टे दाल लूटकर ले गए। इस दाल का बाजार मूल्य महज डेढ़ लाख रुपए है और आरोपियों की संख्या 20 से ज्यादा। प्रतिव्यक्ति मात्र 7500 रुपए मूल्य की दाल लूटी गई। वो 70 कट्टे दाल लूटने के लिए कोई वाहन भी नहीं लाए थे, अपनी पीठ पर दाल उठाकर भागे, रास्ते में 9 कट्टे गिर भी गए, जो बरामद कर लिए गए। यह पेशेवर डाकुओं की करतूत तो नहीं हो सकती, कहीं यह क्षेत्र में फैली भूखमरी का संकेत तो नहीं।
यह घटना जुलवानिया रोड पर भीलट मंदिर के समीप रघुवंश दाल मिल में हुई। ग्रामीण मिल के अंदर घुसे और चौकीदार धनसिंह और उसके बेटे रमेश को बंधक बना लिया और मिल में रखे दाल के 70 कट्टे लेकर फरार हो गए। कट्टों की कीमत करीब सवा लाख रुपए बताई गई। घटना की सूचना सुबह 5 बजे मिल मालिक को मिली। तत्काल पुलिस को घटना सूचना दी। पुलिस मिल पहुंची और मौका मुआयना किया।
उधर वारदात से आसपास के जीनिंग व अन्य उद्योग मालिकों में भय है। चौकीदार धनसिंह ने बताया कि रात्रि करीब 3 बजे कुछ लोग आए, मारपीट कर उन्हें और उनके बेटे को पेड़ से बांध दिया। इसके बाद बदमाशों ने अलमारी तोड़ी और 7 हजार रुपए के साथ मिल में रखे 70 कट्टे उठाकर भाग निकले।
मिले खून के धब्बे
एसडीओपी आरबी दीक्षित, नगर निरीक्षक ब्रजेश मालवीय ने पुलिस दल के साथ मौका मुआयना किया। फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट अनिल पाटीदार व तारक पारकर ने अलमारी और अन्य स्थानों पर जांच की। मिल से कुछ दूरी पर ही 9 कट्टे पड़े मिले। पुलिस ने आसपास के लोगों से भी पूछताछ की। घटनास्थल से खून के धब्बे भी मिले। आशंका है कि अलमारी तोड़ने के दौरान एक लुटेरे को चोट लगी होगी। मिल मालिक जितेंद्र रघुवंशी ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
घटनास्थल का मुआयना किया गया है। संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। चौकीदार से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस टीमें सर्चिंग कर रही है।
आरबी दीक्षित
एसडीओपी, खरगोन