जगदीश शुक्ला/मुरैना। जिले का प्रशासनिक एवं कृषि विभाग का अमला भले ही वर्तमान में जिले के किसानों को भरपूर मात्रा में खाद उपलब्ध कराने का दावा कर रहा हो, लेकिन अधिकारियों के इन दावों की पोल आगामी कुछ ही दिनों में खुल सकती है। खाद के कारोबारियों द्वारा जिले के किसानों को वितरित किये जाने को मिला खाद भारी मात्रा में प्रदेश से बाहर राजस्थान एवं अन्य स्थानों पर काला बाजारी के लिये भेजा जा रहा है।
विगत दिनों सिविल लाईन थाने में खाद से भरी ट्रक खाद को भी इसी का हिस्सा माना जा रहा है। खाद की काला बाजारी के इस कारोबार में प्रशासन एवं कृषि विभाग के अधिकारियों की मिली भगत की चर्चायें भी जोरों पर हैं।
उल्लेखनीय है कि रबी की फसल के लिये हाल ही में किसानों को खाद की किल्लत से दो चार होना पड़ा था। खाद की कमी के चलते हालात इतने खराब हो गये थे कि जिले में पुलिस के संरक्षण मे खाद का वितरण कराना पड़ा था। किसानों ने वर्तमान मे तो गेहूं की फसल के लिये खाद की जैसे-तैसे पूर्ति कर ली है,लेकिन आगामी दिनों में कुछ ही दिनों में गेहूं की फसल के लिये किसान को पानी के साथ खाद की जरूरत संभावित है। इसके चलते कृषि एवं प्रशासनिक अमले ने कोई कार्य योजना तैयार नहीं की है।
हालांकि खाद की भारी समस्या के बाद जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराने का दाबा कृषि विभाग एवं मार्कफेड के अधिकारियों ने किया था। जानकारी के अनुसार जिले में आखिरी दिनों में सहकारी समितियों एवं निजी डीलरों के पास खाद का पर्याप्त स्टॉक आ गया था। यही खाद कालाबाजारी के लिये जिले के अधिकारियों से सांठ-गांठ कर जिले की सीमाओं से लगे राजस्थान में परिवहन कर भेजा जा रहा है। जिले के सहकारी समिति प्रबंधकों एवं निजी डीलरों द्वारा यह खाद मोटी मुनाफा के लालच में राजस्थान भेजा जा रहा है। जिले के किसानों को वितरित किये जाने के लिये आये खाद की भारी मात्रा काला बाजारी के लिये बाहर भेजे जाने से आगामी दिनों में किसानों को खाद की भारी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।
सौ रूपये अधिक में हो रही है बिक्री
जानकार सूत्रों के अनुसार राजस्थान में यूरिया खाद की काफी मांग होने के कारण वहां यूरिया खाद का एक कट्टा पांच सौ रूपये में बिक्री किया जा रहा है। इसी के चलते निजी डीलर एवं सहकारी समितियों के प्रबंधक काला बाजारी में खाद के एक कट्टे को 100 रूपये की मुनाफा के साथ तीन सौ अस्सी रूपये तक में थोक में उठवा रहे हैं। जिसे राजस्थान पहुंचाकर पांच सौ रूपये बसूले जा रहे हैं।
मिली भगत से चल रहा है कारोबार
खाद को मोटी मुनाफा के चक्कर में राजस्थान भेजे जाने के मामले में कृषि विभाग के अधिकारियों की मिली भगत की चर्चायें भी जोरों पर हैं। बताया जाता है कि खाद की काला बाजारी करने बाले ब्यापारियों एवं सहकारी समिति कर्ता धर्ताओं को कृषि विभाग के अधिकारी अब्बल तो पकड़ते ही नहीं हैं,यदि कोई कालाबाजारी करने बाला भूले बिसरे किसी कारण बस पुलिस द्वारा पकड़ भी लिया जाता है तो विभागीय अधिकारी इन्हें बचाने का पूरा प्रयास करते हैं। हाल ही में सिविल लाईन थाना पुलिस द्वारा खाद से भरा ट्रक पकड़े जाने के मामले में भी कृषि अधिकारियों की एसी ही संदिग्ध भूमिका सामने आई है। सूत्रों के अनुसार कृषि विभाग के अधिकारियों ने पहले तो इस मामले को दबाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस से जब बात नहीं बनी तो विभागीय अधिकारियों ने एक राजनेता के नाम की पर्चियां दर्शाकर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया।
जिले में कुल 184 टन खाद शेष
कृषि अधिकारियों की मानें तो जिले में अब मात्र 184 टन खाद निजी डीलरों एवं सहकारी समितियों के पास शेष बचा है। जानकारों का कहना है कि किसानों की खाद की मांग में कमी आने के बाद जिले में हजारों टन खाद का स्टॉक वितरण के लिये प्राप्त हुआ था। सूत्र बताते हैं कि खाद की मांग कम होने के बाद प्राप्त खाद के आबंटन में से इतना खाद वितरित ही नहीं हुआ है। सूत्रों का दाबा तो यहां तक है कि जिले के खाद डीलर एवं सहकारी समितियों ने खाद का आबंटन कागजी तौर पर दर्शाकर उसे कालाबाजारी के लिये राजस्थान भेजा जा रहा है।
यह बोले कृषि उपसंचालक
जिले में खाद का इतना स्टॉक अभी नहीं है,जो खाद आया था वह पूरा किसानों को बांट दिया गया है। मुरैना में मेरी जानकारी के अनुसार मात्र सात टन खाद बचा है,जौरा में खाद का कोई स्टॉक नहीं है,जबकि कैलारस में मात्र 90 टन एवं कैलारस में मात्र 87 टन खाद का स्टॉक है। इसलिये जिले से बाहर खाद भेजे जाने की बात गलत है।
आरके गोयल
उप संचालक कृषि
आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज
मुरैना। सिविल लाईन थाना क्षेत्र में विगत दिनों एबी रोड़ पर उपाध्याय ढाबे के पास खाद से भरा ट्रक पकड़े जाने के मामले में पुलिस ने कृषि बिस्तार अधिकारी की रिपोर्ट पर ट्रक चालक के खिलाफ आवश्यक बस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार सोमवार की शाम लगभग आठ बजे ट्रक क्रमांक एमपी 06 3590 का चालक ट्रक में एक सैकड़ा खाद के कट्टे भरकर कहीं ले जा रहा था। पुलिस ने खाद से भरे एक ट्रक को रोककर उसके चालक से पूछताछ की। ट्रक चालक ने खाद कहां से भरा गया था,एवं उसे कहां भेजा जा रहा था इस संबंध में पुलिस को कोई जानकारी नहीं दे पाया। मामले में मंगलवार को कृषि बिस्तार अधिकारी मुरैना की रिपोर्ट पर से पुलिस ने आरोपी ट्रक चालक बच्चू लाल पुत्र पंचम सिंह निवासी चीनौर रोड़ डबरा के खिलाफ आवश्यक बस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
कृषि अधिकारियों की रही संदिग्ध भूमिका
मामले में जांच का दायित्व पूरी तरह से कूषि विभाग के अधिकारियों का था,लेकिन बताया जाता है कि विभागीय अधिकारियों द्वारा मामले में अपेक्षित सहयोग नहीं किये जाने से यह मामला दो दिन तक लंबित रहा। हैरानी की बात यह है कि कृषि विभाग के अधिकारी दो दिन में इस बात की जानकारी नहीं ले पाये कि खाद कहां से भरा गया है एवं उसका मालिक कौन है। यही नहीं कृषि विभाग के उपसंचालक आरके गोयल जहां खाद रतीराम शर्मा के जौरा रोड़ स्थित गोदाम से भरे जाने की बात कह रहे थे,वहीं चालक ने खाद जीवाजीगंज से भरे जाने की बात अपने बयानों में पुलिस को बताई है। वहीं शहर पुलिस अधीक्षक मनजीत सिंह चावला ने खाद जगदीश शर्मा जीवाजी गंज से भरे जाने की पुष्टि की है।
दिये हैं स्टॉक निरीक्षण के निर्देश
मामले में आज सीएसपी मुरैना ने बताया कि उन्होंने मामले की जांच के लिये कृषि विभाग के अधिकारियों को संबंधित खाद डिस्ट्रीब्यूटर के गोदाम का निरीक्षण करने की बात कही है,ताकि मामला स्पष्ट हो सके।
मनजीत सिंह चावला
शहर पुलिस अधीक्षक मुरैना
