उपदेश अवस्थी/भोपाल। मध्यप्रदेश के एक प्रतिष्ठित एवं लोकप्रिय नेताजी की प्रस्तावित अमेरिका यात्रा इन दिनों चर्चा में है। सरकारी रिकार्ड के अनुसार यह प्रस्तावित यात्रा मध्यप्रदेश के हित में होने जा रही है परंतु खुसुर फुसुर यह है कि यात्रा का टारगेट कुछ और ही है।
बताया जा रहा है कि एक वरिष्ठ अधिकारी इन दिनों इसी प्रस्तावित यात्रा के संदर्भ में दिल्ली में पड़े हुए हैं। वो कुछ ऐसा सर्च कर रहे हैं जो मध्यप्रदेश के हित में तो शायद कतई नहीं है परंतु मध्यप्रदेश के किसी प्रिय प्रतिष्ठित के हित में जरूर है। अधिकारियों का कहना है कि यात्रा तो बहाना है, दरअसल एक पारिवारिक काम निपटाना है।
इस मामले में अपनेराम का तो यही कहना है कि जो आदमी परिवार को छोड़कर प्रदेश के लिए काम करता हो, उसके पारिवारिक कामों में यदि प्रदेश का कुछ पैसा खर्च हो भी जाए तो इसमें बुराई क्या है ? हाय तौबा क्यों मचाना ?