शहडोल। अंधविश्वास का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुन कर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। मध्यप्रदेश के शहडोल में एक चार साल की बच्ची को इलाज के लिए जमीन में गाड़ दिया गया। बच्ची को करीब एक हफ्ते से रोज डेढ़ से दो घंटे जमीन में गाड़ा जाता है।
खबर के मुताबिक, देसी इलाज के नाम पर बच्ची की जान से लंबे वक्त से खिलवाड़ किया जा रहा है। डॉक्टरों का मानना है कि बच्ची के परिजन अंधविश्वास की वजह से अपने बच्चों का इस तरीके से इलाज करवा रहे हैं, जबकि बच्ची के परिवार के लोग इसको देसी नुस्खे के तौर पर देख रहे हैं। घटना जिस इलाके की है, उसके बेहद करीब संभागीय मुख्यालय है लेकिन इसके बावजूद अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
मेनिंगो मायलोसील नाम की इस बीमारी के इलाज के लिए गांव वाले यह खतरनाक नुस्खा अपनाते हैं। इस बीमारी में बच्चे के शरीर के अंदरुनी हिस्से या बाहरी हिस्से में फोड़ा होता है और पैरों की नसों में दिक्कत की वजह से शरीर के नीचे का हिस्सा काम करना बंद कर देता है। शहडोल के एसपी जीजी पांडे ने कहा कि इस तरह की हरकत बाल अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे मामलों में दंडनीय कार्रवाई की जाएगी। बच्चों की जान से खिलवाड़ करने वालों को नहीं बख्शा जाएगा।
डॉक्टर के अनुसार जमीन में बच्ची के पैर को मिट्टी व रेत से दबाकर रखने से कोई बीमारी ठीक नहीं हो सकती। देखने के बाद ही पता चल पाएगा कि बच्ची को कौन से बीमारी है। हम बच्ची को दिखवाएंगे।