भोपाल। अदालत में व्हीलचेयर पर पेश हुईं बर्खास्त आईएएस अफसर टीनू जोशी जेल जाते ही फिट हो गईं। वो पूरी रात बेचैन रहीं, अनकंफर्ट फील किया लेकिन सुबह जब मेडिकल कराया तो वो पूरी तरह से फिट थीं। अब सवाल यह है कि क्या चिरायू मेडिकल से भेजी गई एंबूलेंस और वो व्हीलचेयर महज एक ढोंग था। सवाल यह भी है कि क्या चिरायू अस्पताल भी मप्र के भ्रष्टाचारियों का साथ देने का काम कर रहा है।
जेल सूत्रों के मुताबिक आम महिला बंदियों के साथ वह खुद को अनकंफर्ट महसूस करती रहीं। इस दौरान उन्होंने किसी से बातचीत भी नहीं की। सुबह उन्होंने बेमन से जेल मैनुअल के साथ मिले चाय पर और नाश्ता किया। इसके बाद टीनू का मेडिकल चेकअप किया गया। उनकी जांच रिपोर्ट सामान्य पाई गई। जबकि मंगलवार को चिरायु अस्पताल की एंबुलेंस से अदालत परिसर पहुंची थीं और एंबुलेंस से व्हील चेयर पर बैठकर उन्हें कोर्ट के अंदर ले जाया गया था।
टीनू के खराब स्वास्थ्य को आधार बनाकर उनके वकील ने जमानत मांगी थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। इसके बाद जब उन्हें जेल ले जाया गया था, तो वे पैदल चलकर जेल में दाखिल हुई थीं। जेल अधीक्षक एमआर पटेल ने बताया कि जांच में उनकी रिपोर्ट सामान्य पाई गई। उन्हें भोजन भी जेल मैनुअल के हिसाब से दिया जा रहा है।