रायसेन। लोकायुक्त की जाचं में मंडीदीप नगरपालिका की अध्यक्ष पूर्णिमा जैन को भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया है। छापामार कार्रवाई के दौरान करीब 10 करोड़ की काली कमाई का पता चला है। बताया जाता है कि पूर्णिमा जैन के सर पर एक केंद्रीय मंत्री का हाथ है एवं वो शिवराज सिंह की प्रिय महिला नेत्रियों में भी शुमार हैं। बताया तो यह भी जाता है कि यह सारी काली कमाई पूर्णिमा के नाम पर उनके पतिदेव ने की है जिन्होंने पूर्णिमा के अध्यक्ष बनते ही अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। सच जो भी हो परंतु फिलहाल तो पूर्णिमा रायसेन में भ्रष्टाचार की ब्रांड एम्बेसडर बन गईं हैं।
मध्य प्रदेश लोकायुक्त की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए समीपवर्ती कस्बे मंडीदीप की नगर पालिका अध्यक्ष पूर्णिमा जैन के घर छापा मारा। बुधवार सुबह 5.30 बजे लोकायुक्त की टीम ने पूर्णिमा राजा जैन के मंडीदीप स्थित घर, बुधनी में फार्महाउस एवं बंगले तथा बाग सेवनिया में उनके पति राजा जैन के भाई के घर एक साथ कार्रवाई की।
हालांकि, राजा के भाई के यहां तो कुछ मिला नहीं, लेकिन बुधनी में बंगले और फार्म हाउस पर करोड़ों की सम्पत्ति के दस्तावेज जब्त हुए हैं। पूर्णिमा अपने परिवार के साथ छापे से पहले ही गायब हो गईं और घर में ताला लगा दिया। माना जा रहा है कि इस कार्रवाई की भनक उन्हें लग चुकी थी। हालांकि बाद में उनके पति राजा फार्म हाउस से पकड़े गए।
सरकारी स्कूल में मास्टर थे पूर्णिमा के पति...
मंडीदीप नगरपालिका अध्यक्ष बनने से पहले पूर्णिमा राजा जैन का घर गिरवी रखा हुआ था। उनके पति राजा जैन सरकारी स्कूल में टीचर रहे हैं। हालांकि दो साल पहले उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। 23 जून 2011 को पूर्णिमा ने जब अध्यक्ष पद की शपथ ली, तो उसके बाद जैन परिवार के दिन फिरने लगे। एक केंद्रीय मंत्री का हाथ होने से उनका प्रभाव लगातार बढ़ता गया। इस नपा में 18 पार्षद हैं और इनमें से 14 पार्षदों ने लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू में अप्रैल 2014 में शिकायत की थी, जिसके आधार पर बुधवार सुबह पूर्णिमा के घर और रिश्तेदारों के यहां छापा मारा गया।
खास बात है कि बीजेपी की नपा अध्यक्ष होने के बावजूद जब पूर्णिमा की लोकायुक्त में शिकायत हुई, तब उनके खिलाफ कांग्रेस के 8 पार्षदों के साथ बीजेपी के भी 6 पार्षद थे। राजा जैन के खिलाफ रायसेन कलेक्टर द्वारा जिला बदर की कार्रवाई भी होनी थी, लेकिन राजनीतिक रसूख के कारण कुछ हो नहीं पाया।
रूलिंग पार्टी के पार्षदों ने की थी शिकायत
नपा अध्यक्ष के खिलाफ उनकी ही रूलिंग पार्टी के पार्षदों ने शिकायत की थी, जिसमें इनके ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था और उसकी डिटेल भी दी थी। इसी आधार पर तीन टीमों ने बुधनी, मंडीदीप और भोपाल में छापे मारे थे। बुधनी में जैन परिवार मिल गया था, जिन्हें मंडीदीप लाया गया है।
वीरेंद्र सिंह, एसपी, लोकायुक्त