भोपाल। बस एक संतान की लालसा लिए तांत्रिकों के जाल में फंसे दंपत्ति ने एक साथ आत्महत्या कर ली। वो दोनों जिंदगी से इस कदर परेशान हो गए थे कि पहले उन्होंने सल्फास खाया और फिर ब्लेड से हाथ की नस काट ली ताकि जिंदा बचने की कोई गुंजाइश ही ना रहे। वे भोपाल की नवबहार कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे। पति पुताई का काम करता था और पत्नी निजी स्कूल में शिक्षिका थी।
दंपती ने अपने किराए के घर से चार किमी दूर जाकर हाथ की नस काट ली। इससे पहले उन्होंने सल्फास की गोली भी खाई थी। घटना मंगलवार रात करीब 12 से 1 बजे के बीच की बताई जा रही है। छोला मंदिर टीआई एचसी लाडिया ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 8 बजे रासलाखेड़ी स्थित प्राथमिक शाला के पास एक महिला-पुरुष की खून से लथपथ लाश पड़े होने की सूचना मिली।
पुलिस को मौके से दो शवों के अलावा सुसाइड नोट और एक बैंक की रसीद मिली। रसीद में मकान नंबर 1253 नव बहार कॉलोनी, बजरिया लिखा था। पुलिस की एक टीम बजरिया से मकान मालिक रमेश कुशवाहा को साथ ले आई। रमेश ने मृतका की पहचान जया चौहान (27) और मृतक की पहचान कृष्णकांत चौहान (29) के रूप में की। उन्होंने बताया कि दोनों पति-पत्नी करीब 5 महीने पहले ही उनके यहां किराए से रहने आए थे। जया जीपी कान्वेंट स्कूल, बजरिया में शिक्षिका थी।
उसके पास मिले सुसाइड नोट में लिखा है उसके जीपीएफ का पैसा उसके सास-ससुर को दे दिया जाएगा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। टीआई ने बताया कि पुलिस अब मृतकों के परिजनों की तलाश कर रही है। जया सीहोर और कृष्णकांत शाजापुर जिले का रहने वाला बताया जाता है।
दोनों ने अलग-अलग लिखे सुसाइड नोट
मृतका के हाथ में एक सुसाइड नोट था। इसमें लिखा है 'जीवन में बहुत संघर्ष है। अब वह इन संघर्षों को नहीं झेल सकती। उन्होंने संतान के लिए अपना सबकुछ लगा दिया, लेकिन आज तक उसकी गोद नहीं भरी। उन्होंने जादू-टोना में फंसकर अपना सुख-चैन गवां दिया। उसके जीपीएफ का पैसा उसके सास-ससुर को दे दिया जाए।' उधर कृष्णकांत के नाम से मिला सुसाइड नोट में पारीवारिक कलह को आत्महत्या का कारण बताया गया है।
ऐसे हुई होगी घटना
पुलिस को आशंका है कि दोनों रात करीब 10 बजे घटना स्थल पर पहुंचे होंगे। वह अपने साथ दुकान से खरीदकर नई ब्लैड लेकर आए थे। मौके से दोनों ब्लैड और रैपर भी मिल गए। उनके पास सल्फास भी खाया था। दोनों के मुंह और खून से जहर की बदबू आने से सल्फास खाने की पुष्टि होती है। संभावना ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने की भी जताई जा रही है, क्योंकि घटना स्थल से मुश्किल से 10 मीटर की दूरी पर ही रेलवे ट्रैक भी था। एसपी ने बताया कि दोनों ने पहले एक साथ सल्फास खाया, इसके बाद उन्होंने अपने दाएं हाथ से बाएं हाथ के अंदर साइड की नस काट ली।
जहर के कारण जया ने एक ही जगह पर तड़पकर दम तोड़ दिया। इससे दीवार पर जमीन से एक फीट की ऊंचाई तक खून के धब्बे भी मिले हैं। कृष्णकांत हाथ की नस काटने के बाद चार-पांच कदम दूर जाकर गिर पड़ा। कुछ देर तड़पने के बाद उसकी भी मौत हो गई।
