पढ़िए किन्नरों ने क्यों किया कोतवाली पर कब्जा

एक ने पकड़ी कॉलर, दूसरा टेबल पर जम गया
खंडवा। थानों में पुलिसवालों की छींटाकशी इस बार पुलिसवालों पर ही भारी पड़ गई। फरियादी हो या आरोपी उसपर मानसिक दवाब बनाने के लिए पुलिसवाले कुछ ऐसी टिप्पणियां करते ही हैं जो दिल दुखा दें परंतु यहां रिपोर्ट लिखाने आए किन्नरों पर जब एक पुलिस वाले ने टिप्पणी करते हुए उसे नकली किन्नर करार दिया तो मामला भड़क उठा।

चार किन्नरों ने पुलिसकर्मियों के साथ गालीगलौज, झूमाझटकी की। किन्नरों ने एक पुलिसकर्मी की कॉलर भी पकड़ ली। इससे पुलिसकर्मी डरकर कोतवाली छोड़कर भाग खड़े हुए। किन्नरों का लगभग आधे घंटे तक कोतवाली पर कब्जा रहा। सूचना मिलने पर टीआई और सीएसपी पहुंचे और मामला सुलझाया।

हंगामा क्यों बरपा
मच्छी बाजार क्षेत्र में किन्नर बबली के साथ किन्नर मुस्‍कान ने चाकूबाजी की। बबली की गुरु करिश्मा, शानू, बबली और एक अन्य को लेकर कोतवाली रिपोर्ट लिखाने पहुंची। इसी दौरान किसी पुलिसकर्मी ने उन्हें नकली किन्नर कह दिया। इससे चारों किन्नर भड़क गए।

कोई छत पर तो कोई कमरे में बंद
बचने ने के लिए छत पर चढ़े पुलिसवाले, वहां भी नहीं छोड़ा

कोतवाली में मौजूद सात-आठ पुलिसकर्मियों के साथ उन्होंने गालीगलौज, झूमाझटकी शुरू कर दी। सभी पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। कोई पुलिस कंट्रोल रूम की छत पर पहुंच गया तो किसी ने अपने आपको को कमरे में बंद कर लिया। एक आरक्षक परमानंद चौधरी किन्नरों के हाथ लग गया। उसकी कॉलर पकड़कर जमकर झूमाझटकी की।

'किन्नरों को इंसाफ चाहिए"
सीएसपी अभिषेक दीवान, टीआई विजय सिसौदिया पुलिस बल के साथ कोतवाली पहुंचे। उन्होंने पहुंचते ही थाना परिसर में लगी भीड़ को खदेड़ने के साथ ही किन्नरों को भी धमकाया। इसके बाद भी किन्नर थाने में जमे रहे। सीएसपी ने जब सख्ती दिखानी चाही तो चारों किन्नर भड़क गए। किन्नर करिश्मा ने हाथ में पत्थर उठा लिया और 'किन्नरों को इंसाफ चाहिए" का नारा लगाया। विवाद बढ़ता देख श्री दीवान ने उन्हें समझाइश दी। कुछ देर समझाइश के बाद किन्नरों का आक्रोश शांत हो गया।

कर रहे जांच
किन्नर बबली और मुस्कान के बीच चाकूबाजी हुई थी। थाने में रिपोर्ट करने के लिए करिश्मा व बबली आए थे। बबली की शिकायत पर मुस्कान के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। थाने में किन्न्रों के उत्पात मचाने के मामले में जांच की जा रही है। इसके बाद प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
अभिषेक दीवान
सीएसपी खंडवा

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!