भोपाल। उच्च शिक्षा विभाग के सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में फर्स्ट सेमेस्टर में एडमिशन लेने वाले छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन के लिए अभी और इंतजार करना होगा। उन्हें यह फोन अब फरवरी में मिलने की उम्मीद है। पहले उन्हें जनवरी में देने का आश्वासन दिया गया था।
यह बात उच्च शिक्षा आयुक्त सचिन सिन्हा ने कही। वे बुधवार को मंत्रालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार और लीड सरकारी कॉलेज के प्रिंसिपल से चर्चा कर रहे थे।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में करीब डेढ़ लाख छात्रों को स्मार्ट फोन दिए जाने हैं। इसे देने वाली कंपनी ने पहले जनवरी में देने की बात कही थी। लेकिन अब कंपनी ने कुछ और वक्त मांगा है। लिहाजा अब छात्रों को फरवरी तक स्मार्ट फोन मिल सकेंगे।
मोबाइल नंबर से मिलेगा पूरा डाटा
बैठक में बताया गया कि प्रिंसिपल छात्र के मोबाइल नंबर के जरिए उनके संबंध में पूरी जानकारी एक क्लिक करने पर हासिल कर सकेंगे। साथ ही छात्रों को परीक्षा, रिजल्ट, स्कॉलरशिप से संबंधित सभी जानकारी उनके मोबाइल पर भेजी जाएगी। इससे छात्रों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। बैठक के दौरान सिन्हा ने प्रिंसिपलों से स्कॉरशिप वितरण की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली।
कॉलेजों में नहीं है पर्याप्त टीचर
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने बुधवार को वर्चुअल क्लास में भोपाल समेत विभिन्न जिलों के विार्थियों से बात की। इस दौरान उन्हें पन्नाा, हरदा और होशंगाबाद जिले के कॉलेज के छात्रों ने समस्याएं बताइ। छात्रों ने बताया कि उनके कॉलेज में पर्याप्त टीचर्स नहीं है। इस वजह से उनकी कक्षाएं नहीं लगती हैं। इस पर गुप्ता ने उन्हें बताया कि असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती की कार्रवाई चल रही है। जल्द ही यह पूरी हो जाएगी। जिसके बाद शिक्षकों की कमी नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि छात्रों की अन्य समस्याओं का निराकरण भी शीघ्र किया जाएगा।
गुप्ता ने कहा कि प्रोफेसरों का पढ़ाने का ढंग रुचिकर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि और अधिक महाविालयों में वर्चुअल क्लास शुरू की जाएं। अभी 43 कॉलेजों में वर्चुअल क्लासें प्रसारित होती हैं।