इंदौर। देश के शीर्ष उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला का इकलौता बेटा और 40 अरब डॉलर की टर्नओवर वाली आदित्य बिड़ला ग्रुप का वारिस आर्यमन विक्रम बिड़ला ने मध्यप्रदेश से क्रिकेट की दुनिया में प्रवेश किया है। आर्यमन चार्टर्ड प्लेन से मैच खेलने के लिए आता है। इस दौरान सुरक्षा गार्ड भी उसके साथ होता है। मैच के दौरान भी मैदान के बाहर एक गार्ड तैनात रहता है।
मूलत: मुंबई में रहने वाले आर्यमन ने क्रिकेट के शौक को आगे बढ़ाने के लिए रीवा संभाग का सहारा लिया है। फिलहाल वह हीरालाल गायकवाड़ ट्रॉफी अंडर-18 अंतर संभागीय टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही शेष मध्यप्रदेश टीम में शामिल है और मैच खेलने इंदौर आया हुआ है। इस स्पर्धा का एक मैच हो चुका है, जबकि दूसरा चार दिवसीय मैच उज्जैन संभाग के खिलाफ शुक्रवार से एमरल्ड हाइट्स स्कूल मैदान पर शुरू हुआ है लेकिन पहले दिन खराब मौसम के कारण खेल नहीं हो पाया।
आर्यमन बिड़ला खानदान का है, यह राज उसके साथ खेलने वाले अधिकांश खिलाड़ियों से भी छिपा हुआ है. इसकी दो वजह मानी जा रही हैं. पहली सुरक्षा और दूसरा चकाचौंध से दूर रखना. मैच के दौरान वह अन्य खिलाड़ियों के साथ ही होता है और उसके लिए अलग से व्यवस्थाएं नहीं होती.
आर्यमन बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी करता है और मध्यक्रम का बल्लेबाज है. उसने एक महीने पहले हुए अंतर जिला टूर्नामेंट में 10 विकेट लिए और तीन पारियों में 2 अर्धशतक जमाए. हीरालाल गायकवाड़ ट्रॉफी अंडर-18 टूर्नामेंट में भी वह अब तक खेले गए मैच में उसने शहडोल के खिलाफ दो अर्द्धशतक लगाए और चार विकेट लिए है. वहीं इंदौर के खिलाफ 45 रनों की पारी खेली. रीवा संभागीय क्रिकेट संगठन के अनुसार आर्यमन के परिजन ने रीवा संभाग से संपर्क किया था. उसे मेहमान कोटे से टीम में मौका मिला है.
मप्र टीम के कोच हर्ष पांडे के अनुसार आर्यमन जब भी इंदौर आता है, तो वह अपनी नानी के घर रुकता है. वह निजी कार से यहां आता है. इस दौरान भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहते हैं.
आर्यमन उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला का बेटा है. मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) के नए नियमों के अनुसार तीन मेहमान खिलाड़ी खिलाए जा सकते हैं. उन्होंने अंतर जिला टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करते हुए संभाग की टीम में जगह बनाई. वह मुंबई से आता है और फिर टीम के साथ ही यात्रा करता है.
कमल श्रीवास्तव
सचिव, रीवा संभागीय क्रिकेट संगठन