भोपाल। पिछले तीन दिन से राजधानी में'कोल्ड-डे' बरकरार है। रात और दिन में कोई फर्क नहीं रह गया है। सूर्यदेव का दर्शन दुर्लभ हो गए थे। भोपाल में आखरी बार 30 दिसम्बर को सूर्यदेव के दर्शन हुए थे, तब से वो लापता हैं। पूरा शहर शिमला सा हो गया है, यहां का तापमान पचमढ़ी से भी कम चल रहा है और अगले तीन दिन लगातार कम रहने की उम्मीद है।
राजधानी में तीन दिन से सूरज बादलों की गिरफ्त में है। साथ ही चारों तरफ कुहासा रहने से दिन का तापमान 15 डिग्रीसे. के आसपास झूल रहा है। बुधवार को दिन का पारा 15.5 डिग्रसे. पर थम गया था। गुरुवार को थोड़ा और नीचे लुढ़कर 14.2 डिग्रीसे. पर पहुंच गया। इसी तरह शुक्रवार को भी दिन का अधिकतम तापमान 15.1 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो कि सामान्य से 9 डिग्रीसे. कम है। जबकि पर्यटन स्थल पचमढ़ी में शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 18.4 डिग्रीसे. दर्ज हुआ है। मौसम विज्ञान ने दिन का तापमान 16 डिग्रीसे. से कम होने पर दिन को 'कोल्ड-डे' कहा जाता है। इस तरह शहर में लगातार तीन दिन तक ऐसी स्थिति बनी हुई है। शुक्रवार को भी दिन भर चारों पर कोहरे की चादर बिछी रही। दृश्यता 500 मीटर बनी रही।
आज कर सकता है सूरज ताक-झांक
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने कम दवाब के क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोम के कारण अचानक मौसम के मिजाज बदल गए थे। लेकिन बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम समाप्त हो गया है। अब सिर्फ अरब सागर से गुजरात तक बने एक सिस्टम से आ रहीर आद्रता से बादल बने हुए हैं। लेकिन इसका असर काफी कम है। शनिवार से मौसम के खुलने के आसार बढ़ जाएंगे। इससे रात के तापमान में तो कुछ कमी आएगी, लेकिन दिन का तापमान बढ़ने लगेगा। आसमान से बादल छंटने से सूरज के भी दर्शन होने की उम्मीद है। हालांकि बादलों के पूरी तरह छंटने के बाद ठंड फिर जोर पक ड़ेगी।