भोपाल। बेटी बचाओ आंदोलन के प्रणेता मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक आश्रम की केयर टेकर ने 5 साल की मासूम बालिका के प्राइवेट पार्ट को मोमबत्ती से जला दिया। यह सजा उसे इसलिए दी गई क्योंकि उसने रात में शुशु कर ली थी।
बजरिया पुलिस ने बताया कि लाडली आश्रम गृह में रातीबढ़ में रहने वाली एक महिला की दो बच्चियों को लाया गया था। यहां आश्रम की केयर टेकर कलावती ने बच्ची को बिस्तर में बाथरुम करने से नाराज होकर प्राइवेट पार्ट में जलती हुई मोमबत्ती डाल दी। जब महिला अपनी दोनों बच्चियों को लेकर घर गई तो सारे मामले का खुलासा हुआ। महिला ने इसकी शिकायत जब लाडली आश्रम में की तो उन्होंने उलटा महिला पर ही दबाव बनाना शुरु कर दिया। महिला ने इस मामले की शिकायत बजरिया थाने में की।
थाना पुलिस ने केयर टेकर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बजरिया पुलिस ने बताया कि जल्द ही आरोपी लाडली आश्रम की केयर टेकर कलावती को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दरअसल, करीब दो माह पहले गरीबी से तंग आकर एक भोपाल निवासी एक महिला ने अपनी दो बेटियों को पालन पोषण के लिए लाडली आश्रय गृह में रखा था। एक बेटी की उम्र पांच साल और दूसरी छह साल की है। पांच साल की बच्ची अक्सर रात में टॉयलेट कर देती थी, इसे नाराज होकर केयर टेकर ने प्राइवेट पार्ट को मोमबत्ती से जला दिया।
गत शनिवार को जब महिला अपने बेटियों से मिलने बजरिया लाड़ली आश्रय गृह पहुंची, तो बेटी ने अपने साथ हुई इस घटना के बारे में उसे बताया। उसकी मां ने केयर टेकर कलावती से बात की तो उसने बच्ची को जलाने की बात स्वीकार कर ली। साथ ही यह भी कहा कि रात को टॉयलेट न करे, इसके लिए ऐसा किया है। जब वह बच्ची को अपने घर लेकर आईं और देखा तो प्राइवेट पार्ट में गंभीर जख्म था। महिला ने अपने बच्ची को लेकर वापस गौरवी में इस घटना की शिकायत करने पहुंचीं। जहां से यह मामला बाल कल्याण समिति भेजा गया। सोमवार को समिति ने बजरिया थाने में दोषी केयर टेकर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। पुलिस घटना की जांच कर रही है। पीड़ित बच्ची का हमीदिया अस्पताल में एमएलसी कराया गया है।