प्रत्याशी ही निकला पत्नि का हत्यारा

भोपाल। बैरिसया पुलिस का दावा है कि सरपंच पद का प्रत्याशी रामबाबू ही अपनी पत्नि का हत्यारा है और पुलिस को कंफ्यूज करने के लिए उसने अपने अपहरण की कहानी रची थी। पुलिस ने उस हथियार को जब्त करने का भी दावा किया है जिसे हत्या के समय प्रयुक्त किया गया था।

पुलिस ने बताया कि 13-14 जनवरी की रात बैरसिया थाने के ग्राम रमपुरा बालाचोन में 28 वर्षीय ममता विश्वकर्मा की हत्या हुई थी। महिला की गर्दन पर धारदार हथियार के घाव थे। उसके पति रामबाबू ने पुलिस को बताया था कि घटना के समय उसे तीन लोग पकड़ ले गए थे। वे कह रहे थे कि पंचायत चुनाव होने के बाद छोड़ देंगे। रामबाबू ने सरपंच का पर्चा भरा है। उसके गांव में 11 लोग सरपंच का चुनाव लड़ रहे हैं। रामबाबू उनकी चंगुल से छूटकर भाग निकला। इसके बाद उसने गांव में अपने दोस्त फूलसिंह, रामनिवास व राधेश्याम को उठाया। चारों रामबाबू के खेत पर पहुंचे, तो देखा उसकी पत्नी ममता मर चुकी है।

उसकी 1998 में शादी हुई थी। इनके एक बेटा और दो बेटियां है, जो मकर संक्राति पर नाना के घर गए थे। ममता पति के साथ खेत पर थी। बैरसिया की वैज्ञानिक तरीके से की गई पूछताछ में रामबाबू सवालों के जबाब नहीं दे पाया और अंत में रोने लगा। इसके बाद उसने जुर्म कबूल कर लिया।

आरोपी के कई महिलाओं से थे नाजायज संबंध
आरोपी रामबाबू आशिक मिजाज है। उसने सबसे पहले अपनी दूर की साली को जाल में फंसाया था। इस कारण साली ने पति से तलाक ले लिया था लेकिन पत्नी ममता के विरोध के कारण उसने कुछ समय के लिए उससे दूरी बना ली। उसने 3 माह पूर्व राजेश विश्वकर्मा नामक रिश्तेदार की पत्नी को अपने घर में पनाह देने के बहाने रख लिया था। राजेश हत्या के मामले में आजीवन सजा काट रहा है

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