इंदौर। सिर्फ लुक्स काफी नहीं, लुक्स को कैरी करने के लिए जरूरत है सही एटिट्यूड की। इसी तरह इंटेलिजेंट होना तब तक किसी काम का नहीं जब तक आप बेहतर कम्यूनिकेटर ना हो। ओवरऑल अट्रेक्टिव पर्सनालिटी के साथ कॉन्फीडेंस का कॉम्बीनेशन होना भी जरूरी है। बुधवार को शहर में हुए फेमिना मिस इंडिया सेंट्रल जोन सिटी ऑडिशन में इसी तरह के मापदंडों पर पार्टिसिपेंट्स को परखा गया।
ऑडिशन में इंदौर और आसपास के शहरों के 100 से ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। पहले चरण में 60 प्रतिभागियों को शॉर्ट लिस्ट किया गया, जिनमें से सिटी ऑडिशन के लिए 13 सिलेक्ट हुईं।
इनमें से रीजनल लेवल के लिए पांच का सिलेक्शन हुआ। शॉर्ट्स और कॉकटेल राउंड में पार्टिसिपेंट्स की ब्यूटी, वॉक और कान्फीडेंस को चैक करने के बाद क्वेश्चन-आंसर के दौरान उनके इंटेलिजेंस कॉशंट और कम्यूनिकेशन स्किल्स को परखा गया। मिस इंडिया की टीम के साथ पार्टिसिपेंट्स को जज कर रही थी डॉ. शैफाली जैन।
अब मिस इंडिया भी स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा बन गया है, ऑडिशन के दौरान भी इस मुद्दे पर बात हुई। सिटी ऑडिशन से सिलेक्ट हुए पांचों फाइनलिस्ट 28 जनवरी को पुणे में होने वाले रीजनल लेवल ऑडिशन में दूसरे शहरों से आए प्रतिभागियों को कॉम्पीटिशन में टक्कर देंगे। फेमिना मिस इंडिया फाइनल राउंड मुंबई में 28 फरवरी को होगा।
पैशन से प्रोफेशनल की ओर
सिटी राउंड में पांच मॉडल सिलेक्ट हुई। अंजलि नायर, पूजा पाल, वर्षा पाटिल, कृतिका सिंह और रौशी जैन। अपने पैशन से प्रोफेशन तक पहुंचने की जर्नी पर बात करते हुए भोपाल से ऑडिशन के लिए आई वर्षा कहती हैं मैं कैट में सिलेक्ट हो चुकी हूं और उसकी काउंसलिंग भी जारी है पर मेरा पैशन मॉडलिंग है इसलिए कैट काउंसलिंग के बजाय मैंने पेजेंट पर फोकस किया। मेरा डेडिकेशन और कॉन्फीडेंस ही मुझे यहां तक लाया है। ब्यूटी विद ब्रेन का यह कॉॅम्बीनेशन मुझे आगे भी ले जाएगा।
सनावद जैसे गांव से शहर की लड़कियों को पीछे छोड़ते हुए ऑडिशन में सिलेक्ट हुई रौशी जैन कहती हैं मैं पैरेंट्स को बिना बताएं ऑडिशन देने आई थी। कुछ कर दिखाने के मेरे जज्बे ने मुझे यह सफलता दिलाई है अब बस मम्मी-पापा के रिएक्शन जानने की जल्दी है।
अंजलि नायर और पूजा पाल अपनी सक्सेस का क्रेडिट हाइट और कांफीडेंस को देते हुए कहती हैं आगे जो भी परिस्थितियां आएंगी उसे पूरे कॉन्फीडेंस के साथ फेस करना ही हमारी स्ट्रेटजी होगी। सुपर मॉडल बनने की चाहत लिए कॉम्पीटिशन में हिस्सा लेने के बाद सिलेक्ट हुई कृतिका की नजर अब अपने ड्रीम प्रोफेशन पर है, जिसे वे हार्ड वर्क से हासिल करना चाहती हैं।