
पुलिस को शंका है कि तीनों युवक गांव की एक लड़की को जीप में बैठाकर ले जाने की तैयारी में थे। जब लड़की पक्ष के लोगों को इस बात की खबर लगी तो उन्होंने गुस्से में आकर गाड़ी जला दी। मरने वालों में ग्राम बोरीखेड़ा का राजेश मानुनागोत्रा, रामजी टोला का दीपक (24 साल) और सिवनी कुरई का निहाल राजेन्द्र सिंघारे शामिल हैं। दीपक इंदौर में रहकर पढ़ाई कर रहा था और कुछ दिन पहले ही गांव आया था। उसका धोबी टोला की एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था।
दीपक के दोस्त राजेश ने कुछ ही दिन पहले बोलेरो गाड़ी सिवनी से फायनेंस कराई थी। गुरुवार को वह सिवनी से साथियों सहित अपने गांव लौटा था। दीपक रात 10 बजे राजेश और निहाल के साथ गाड़ी से धोबी टोला की ओर रवाना हुआ।
संदेह है कि युवती से मिलने या उसे अगवा करने के उद्देश्य से तीनों गांव के बाहर नाले के पास खड़े थे। तभी गांव वाले वहां पहुंच गए।
सुलगते हुए भागे लेकिन नहीं बच सके
पुलिस के अनुसार हमलावरों को भनक लगते ही नाले की ओर रवाना हुए। उन्होंने पहले गाड़ी में तोड़फोड़ की और उसके बाद तीनों को गाड़ी में ही बंद कर आग लगा दी। राजेश और निहाल सुलगते हुए अपने को बचाने के लिए गाड़ी से भागे लेकिन कुछ ही दूर जाकर वह निढाल हो गिर गए। दोनों के शव गाड़ी से कुछ दूर बरामद हुए हैं। दीपक का शव गाड़ी में ही बुरी तरह जला हुआ पाया गया। शुक्रवार सुबह जब ग्रामीणों ने जले शव और गाड़ी देखी तो पुलिस को सूचना दी। धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
खरगोन में रजिस्टर्ड है गाड़ी
जिस जीप में युवकों को जलाया गया वह खरगोन जिले के चैनपुर (झिरन्या) के पते पर रजिस्टर्ड है। माना जा रहा है कि एमपी-10-सीए- 9999 नंबर की यह गाड़ी राजेश ने सेकंड हैंड खरीदी होगी।
बुरी तरह जले हुए मिले शव
गाड़ीमें तोड़फोड़ कर उसे किसी तीव्र ज्वलनशील पदार्थ से जलाया गया है। शव बुरी तरह जले हुए मिले हैं। पुलिस हत्या, रंजिश और ऑनर किलिंग जैसे सभी बिन्दुओं पर जांच कर रही है।